कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए भारत में फिलहाल दो स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन (Covaxin) का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस बीच प्राइवेट अस्पतालों में फीस लेकर रूसी वैक्सीन स्पूतनिक (Sputnik V) भी लगाई जा रही है.
लेकिन अब जल्द ही लोगों को सरकारी अस्पतालों में भी फ्री स्पूतनिक वैक्सीन दी जाएगी. रूस की स्पुतनिक-वी जल्द ही देश में सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर मुफ्त में उपलब्ध होने वाली तीसरी कोविड वैक्सीन बन जाएगी.
सरकार के कोरोना वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर एनके अरोड़ा ने बताया कि देश में अभी स्पुतनिक-वी केवल प्राइवेट सेक्टर में उपलब्ध है. सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर जल्द ही लोगों को फ्री में स्पूतनिक वैक्सीन देने की तैयारी हो रही है. मौजूदा वक्त में स्पूतनिक वैक्सीन की सप्लाई कम है और यह सिर्फ प्राइवेट सेंटर्स पर ही उबलब्ध है, जहां कीमत चुकाने के बाद ये रूसी वैक्सीन लगाई जा रही है. डॉक्टर अरोड़ा ने बताया कि सरकार इसकी सप्लाई बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है और जल्द ही स्पूतनिक फ्री वैक्सीनेशन प्रोग्राम का हिस्सा होगी.
जुलाई के अंत तक लग जाएंगी 50 करोड़ डोज
स्पुतनिक-वी को माइनस 18 डिग्री सेल्सियस के स्टोरेज तापमान की आवश्यकता होती है. अरोड़ा ने कहा कि पोलियो के टीके को संरक्षित करने वाली कोल्ड चेन सुविधाओं का उपयोग स्पुतनिक-वी को स्टोर करने के लिए किया जाएगा, जिससे वैक्सीन देश के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच पाएगी.
उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्ते के अंदर कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को सुव्यवस्थित किया जाएगा. अरोड़ा ने बताया कि अब तक 34 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है और 12 से 16 करोड़ खुराक जुलाई के अंत तक दे दी जाएगी. इसी साल जनवरी महीने में केंद्र ने कहा था कि प्राथमिकता समूहों को कवर करने के लिए जुलाई के अंत तक लगभग 50 करोड़ खुराक दे दी जाएगी.