निजी पैथोलॉजी लैब का स्टिंग ऑपरेशन
महापौर पेंडणेकर ने दिया जांच का निर्देश
मुंबई। राज्य सरकार द्वारा कोरोना टेस्ट (आरटी-पीसीआर) दर घटाकर 780 रुपये किए जाने के बाद भी कुछ निजी लैब मरीजों से डबल या ट्रिपल रकम वसूल रहे हैं. एक सिटंग ऑपरेशन का वीडियो वायरल होने से महापौर किशोरी पेडणेकर ने इसका संज्ञान लेते हुए निजी पैथोलॉजी में जांच का निर्देश दिया है. इस तरह से अतिरिक्त पैसे लेकर लोगों को लूटने वाले निजी पैथोलॉजी पर अब गाज गिरने वाली है। महापौर ने इस मामले में मनपा के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी के साथ निजी प्रयोगशालाओं के निरीक्षण के आदेश पर तुरंत चर्चा की है।
उल्लेखनीय है कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना लक्षण की आशंका है और वह कोरोना टेस्ट करवाना चाहता है तो लैब द्वारा यह परीक्षण सरकार द्वारा कम की गई दर (780 रुपये) में करना चाहिए। स्टिंग ऑपरेशन में यह बात सामने आई कि मुंबई में छोटी और बड़ी निजी लैब दोगुनी या तिगुनी राशि ले रही हैं, जबकि यह नियम और दर निजी पैथोलॉजी के लिए भी थी। यह पता चला है कि मुंबई में कई निजी प्रयोगशालाएं अभी भी आरटीपीसीआर परीक्षण के लिए 1,400 से 1,800 रुपये तक का शुल्क ले रही हैं। इसलिए महापौर ने दोषी पाए गए और नियमों का उल्लंघन करने वाले पैथोलॉजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया।
महापौर ने सोमवार को पेंगुइन कक्ष में सभी वार्डों के स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक बुलाई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य सरकार छठी बार कोरोना टेस्ट की दर को घटाकर 780 रुपये कर चुकी है। इसके बाद कई निजी प्रयोगशालाओं ने तुरंत दरों को कम कर दिया, लेकिन स्टिंग में यह बात सामने आई है कि मुंबई के कई अन्य निजी चिकित्सक स्वाब एकत्र करते हैं और बड़े पैथोलॉजी में उनका परीक्षण करते हैं. जहां कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के लिए 1400 से 1800 रुपये लेते हैं। यह बहुत ही निंदनीय है।