उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। दिल्ली से सटे नोएडा में 80 वर्षीय चित्रकार को नाबालिग के साथ कथित ‘डिजिटल रेप’ (Digital Rape) के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी बुजुर्ग 17 वर्षीय पीड़िता के साथ उसके अभिभावक के रूप में रह रहा था और सात साल से अधिक से उसका यौन शोषण कर रहा था। आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट में कार्रवाई की गई है।
सेक्टर-39 थाना प्रभारी राजीव बालियान ने बताया कि मूलरूप से प्रयागराज निवासी चित्रकार मौरिस राइडर अपनी एक महिला दोस्त के साथ सेक्टर-46 में रहते हैं। उनके साथ 17 वर्षीय घरेलू सहायिका भी रहती है।
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि दस साल की उम्र से आरोपी यौन शोषण कर रहा है और विरोध करने पर मारपीट करता था। आरोपी अक्सर उसे मोबाइल पर टीवी पर अश्लील वीडियो दिखाता था। पीड़ित ने आरोपी की वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मुहैया कराई गई है।
पीड़िता बुजुर्ग के अत्याचारों को पिछले सात सालों से झेल रही थी। पीड़िता के सब्र का बांध टूटते ही उसने पुलिस को शिकायत की। किशोरी घर के कामकाज करती है। पीड़िता किशोरी का आरोप है कि पिछले कई सालों से आरोपी चित्रकार मौरिस राइडर उसके साथ यौन शोषण कर रहा है। पीड़िता ने शिकायत करते हुए बताया कि जब वह दस साल की थी तभी से वह यहां रह रही थी।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी बुजुर्ग चित्रकार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ पुलिस ने धारा 376, 323, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।
22 साल पहले आया था नोएडा
दरअसल, मौरिस पहले हिंदू था और बाद में उसने ईसाई धर्म स्वीकार किया। करियर को और बेहतर बनाने के लिए मौरिस करीब 22 साल पहले अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज से नोएडा शिफ्ट हुआ था। पुलिस का कहना है कि नोएडा आने के बाद मौरिस की मुलाकात 2000 में दिल्ली की रहने वाली एक महिला से फोटो प्रदर्शनी के दौरान हुई थी। इसके बाद महिला मौरिस के साथ रहने लगी। घर में दूसरी महिला के आने के बाद मौरिस की पत्नी नाराज होकर परिवार के साथ प्रयागराज वापस लौट गई।मौरिस के साथ जो महिला रहने आई, वह देहरादून की थी। जिस नाबालिग के साथ डिजिटल रेप की बात सामने आई है, वह मौरिस के शिमला स्थित वर्कशॉप में काम करने वाले एक व्यक्ति की बेटी है।
जानिए क्या है डिजिटल रेप
इस शब्द को सुनकर दिमाग में आता होगा कि इंटरनेट के माध्यम से रेप को अंजाम दिया जाता होगा। लेकिन डिजिटल रेप का मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस से कोई लेना देना ही नहीं है। डिजिटल रेप का अर्थ यह नहीं कि किसी लड़की या लड़के का शोषण इंटरनेट के माध्यम से किया जाए। यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, डिजिटल और रेप। अंग्रेजी के डिजिट का मतलब जहां अंक होता है। वहीं अंग्रेजी शब्दकोश के मुताबिक अंगूठा, अंगुली, पैर की अंगुली के इन अंगों को भी डिजिट से संबोधित किया जाता है। यानी की यह बालात्कार की वह स्थिति होती है जिसमें अंगूठा, अंगुली, पैर की अंगुली का उपयोग करके नाजुक अंगों पर किया जाए।