पनवेल। लॉकडाउन के चलते बंद अदालतों में सुनावई शुरू हो गयी है. इसी के तहत सहायक पुलिस निरीक्षक अश्विनी बिद्रे हत्या मामले की सुनवाई पनवेल की अदालत में प्रारंभ हो गई है।
पनवेल के जिला और अतिरिक्त सत्र न्यायालय में सुनवाई के दौरान बिद्रे के पति राजू गोर ने अदालत से मांग की है कि राज्य के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे हेमंत नागराले को भी मामले में सह आरोपी बनाया जाए। गोर का आरोप है कि उस दौरान नवी मुंबई पुलिस के कमिश्नर रहे हेमंत नागराले ने आरोपी को बचाने की कोशिश की थी।
गौरतलब हो कि जांच के दौरान नागराले वहां पर आयुक्त के पद पर कार्यरत थे और पूरी घटना पर नजर रखे हुए थे। राजू गोरे ने आरोप लगाया कि तत्कालीन पुलिस आयुक्त ने आरोपियों को बचाने की कोशिश की है। गुरुवार को नागराले ने डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार संभाला है।
हाईकोर्ट ने इस केस को साल भर में खत्म करने का आदेश दिया है। अश्विनी बिद्रे के गायब होने के पीछे सीनियर अधिकारी अभय कुरुंदकर का हाथ होने का आरोप लगाया गया है। अदालत को बताया गया कि पुलिस स्टेशन की डायरी में हत्या वाले दिन कुरंदकर के नाइट राउंड पर होने की जानकारी दी गई है। मामले की अगली सुनवाई 15 जनवरी को होनी है।