बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (patna) में प्रॉपर्टी की लालच में एक युवती ने अपनी चाची और 12 साल के भाई को जिंदा जला दिया. भतीजी ने ही वारदात को अंजाम दिया. घटना नौबतपुर के कर्णपुरा गांव में हुई. सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाली युवती को लोगों ने पकड़कर पीटाई की और पुलिस को सौंप दिया है. पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. महिला के पति की दस साल पहले मौत हो चुकी है. संपत्ति के लिये कई दिनों से विवाद चल रहा था.
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक करणपुरा गांव में संपत्ति की खातिर एक युवती ने अपनी चचेरी चाची और उसके बेटे को जिंदा जला दिया. गुरुवार सुबह उसने घर में ही मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी और बाहर से घर का दरवाजा बंद कर दिया. मां बेटा दोनों इधर-उधर भागकर जान बचाने की कोशिश करते रहे. चीखते चिल्लाते रहे लेकिन बेरहम भतीजी ने दरवाजा नहीं खोला. थोड़ी देर बाद आग में जलकर 70 वर्षीय चाची शांति देवी और उनके 12 साल के बेटे की मौत हो गई. आग की लपट और गंदे महक पर गांव के लोग वहां जमा हो गए और आक्रोशित लोगों ने भतीजी की जमकर पिटाई शुरू कर दी.
गांव के लोगों ने इसकी सूचना नौबतपुर थाने को दी. सूचना मिलते ही नौबतपुर थाने की पुलिस ने भतीजी माधुरी देवी को लोगों के बीच से निकालकर अपनी गिरफ्त में ले लिया है. पुलिस ने महिला शांति देवी एवं उनके बेटे अविनाश कुमार के शव को घर से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
4 करोड़ के लिए कत्ल
घटना के बारे में गांव के लोगों ने बताया कि कुछ दिनों पहले शांति देवी के परिवार वालों ने 4 करोड़ रुपए की जमीन बेची थी. जमीन से मिले पैसे में हिस्सा लेने के लिए माधुरी चाची के यहां पहुंच गई और उनसे झगड़ा करने लगी. जमीन के पैसों में जब शांति देवी ने हिस्सा देने से मना कर दिया तो भतीजी माधुरी ने मां बेटे को घर में बंद कर आग लगा दी. वहीं घटना के बाद गांव वाले सकते में हैं.