पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिंदबरम के पुत्र कार्ति चिंदबरम पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कल देर रात पूछताछ के बाद वीजा भ्रष्टाचार मामले में कांग्रेस नेता कार्ति पी चिदंबरम के करीबी सहयोगी एस. भास्कर रमन को गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई सू्त्रों से मिली जानकारी के अनुसार चेन्नई के कार्ति चिंदबरम के करीबी भास्कर रमण को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि भास्कर रमण पर घूस लेने और भ्रष्टाचार के आरोप लगे है।
इससे पहले सीबीआई ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई के मुताबिक, मामला 50 लाख की घूस लेकर 263 चीनी नागरिकों का वीजा बनवाने से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि कल सीबीआई ने दिल्ली, चेन्नई सहित देश के अन्य शहरों में स्थित कार्ति चिंदबरम के 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तब कार्ति ने ट्ववीट करते हुए तंज भी कसा था। उन्होंने कहा था कि अभी तक कितनी बार छापेमारी हो गई है यह गिनती करना भूल गया हूं। वहीं कार्ति के प्रतिक्रिया के कुछ देर बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम का भी जवाब सामने आया था।
पी चिंदबरम ने कहा था कि आज सुबह सीबीआई के एक दल ने उनके चेन्नई स्थित घर और दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर छापेमारी की है। उन्होंने कहा, “दल ने मुझे एक प्राथमिकी दिखाई, जिसमें मेरा नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं था। छापेमारी में कुछ नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया। मैं इस बात की ओर ध्यान जरूर दिलाना चाहूंगा कि छापेमारी का समय दिलचस्प है।
वहीं दूसरी ओर सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस वीजा करप्शन केस में कार्ति के करीबी भास्कर रमण को गिरफ्तार किया है कि उसमें आरोप है कि चीनी नागरिकों को भारतीय वीजा दिए जाने के बदले उनसे 50 लाख रुपए की रिश्वत ली। यह आरोप पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम के बेटे कार्ति पर लगा था। रिश्वतखोरी का यह मामला उस समय का है जब पी चिंदबरम केंद्र में मंत्री थे।