दिल्ली के महरौली इलाके में एक वीभत्स घटना में एक व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर दी। उसके बाद शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा और एक के बाद एक कर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है। इस केस में नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, आफताब ने जिस समय श्रद्धा के टुकड़ों को फ्रिज में रखा हुआ था, वह उस समय अपने महरौली वाले किराए के फ्लैट में एक महिला डेट के लिए भी लाया था। सूत्रों ने बताया कि आफताब कथित तौर पर दूसरी महिला के संपर्क में उसी डेटिंग ऐप बंबल ( Bumble dating app) से आया जिसके माध्यम से उसकी श्रद्धा वाकर से 2019 में मुलाकात हुई थी।
अपराध करने के छह महीने तक बचता रहा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आफताब अमीन पूनावाला की गिरफ्तारी के बाद यह नृशंसा घटना छह माह बाद सामने आई। उनके अनुसार महिला के शव के कटे हुए कुछ हिस्से मिले हैं और पुलिस हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार तलाश रही है। विश्वासघात और छल की इस दुखद घटना में आरोपी आफताब अपराध करने के छह महीने तक बचता रहा। पूछताछ में उसने बताया कि हत्या को अंजाम देने के बाद वह उसी घर में रह रहा था, जहां वे दोनों साथ रहते थे। उससे पूछताछ में हत्या का ब्योरा सामने आने के बाद शनिवार की सुबह उसे गिरफ्तार किया गया।
जांच अधिकारियों ने पूछताछ के हवाले से बताया कि आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वाकर की लाश के टुकड़ों का निपटाना शुरू करने के बाद गुड़गांव के एक अन्य कॉल सेंटर में नौकरी करने लगा। इसके साथ ही उसने डेटिंग ऐप को फिर से इंस्टॉल भी किया था।
कई तरीकों से की कत्ल को छिपाने की साजिश
जांच करने वाले एक अधिकारी ने कहा, ” आफताब पूनावाला ने विभिन्न माध्यमों से श्रद्धा वाकर की हत्या को छिपाने की कोशिश की।”अधिकारियों के मुताबिक 18 मई को श्रद्धा वाकर की हत्या के बाद आफताब पूनावाला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में लॉग इन किया और अपने दोस्तों को यह बताने के लिए मैसेज किया कि वह अभी भी जीवित है। उसने उसके क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान भी किया ताकि कंपनियां उसके मुंबई के पते पर संपर्क न करें।
मुंबई में शुरू हुआ Live-in Relationship
पुलिस जांच में सामने आया कि आफताब पूनावाला और श्रद्धा वाकर के बीच साल 2019 में प्रेम संबंधों की शुरुआत हुई थी। उनके परिवार इसके पक्ष में नहीं थे। इसलिए दोनों को मुश्किल समय का भी सामना करना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि पहले दोनों पालघर में अपने परिवार के साथ रहते थे। बाद में आफताब और श्रद्धा उच्च शिक्षा और नौकरियों के लिए मुंबई चले गए और साथ ( Live-in Relationship)रहने लगे थे। एक जांच अधिकारी ने कहा कि श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों से थे और उनके माता-पिता उन्हें एक साथ रहने के लिए स्वीकार नहीं कर सकते थे।
अलग-अलग काम के बाद भी रहे साथ
श्रद्धा वाकर ने साल 2019 में ही एक स्पोर्ट्स रिटेल कंपनी में काम शुरू किया था। वहीं आफताब पूनावाला ने एक फाइव स्टार होटल में शेफ के रूप में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। आफताब फ़ूड फ़ोटोग्राफ़ी, व्लॉगिंगऔर रेस्तरां के लिए डिजिटल मार्केटिंग में भी शामिल था। उसके इंस्टाग्राम हैंडल पर 28,000 से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं। बाद में पूनावाला ने उस काम को छोड़ दिया और उस कंपनी में शामिल हो गया जहां श्रद्धा वाकर ने कॉल सेंटरों में नौकरी पाने से पहले काम किया था।
ऐसे शुरू हुई थी श्रद्धा और आफताब में लड़ाई
जांच अधिकारी ने कहा कि आफताब पूनावाला की पूछताछ से कथित तौर पर पता चला कि दोनों “छोटी-छोटी बातों पर लड़ने लगे”, और “रिश्ते खराब हो गए”। “उन्हें एक-दूसरे पर धोखा देने और झूठ बोलने का शक था। वे एक-दूसरे को फोन करते थे और सटीक जीपीएस लोकेशन और अपने आसपास की तस्वीरें मांगते थे। श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला के झगड़े अक्सर हिंसक हो जाते थे।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला झगड़े से “ब्रेक” चाहते थे। इसलिए अप्रैल में दोनों ने मुंबई के अपने घर को छोड़कर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की वादियों जाने के लिए बैकपैक किया। यात्रा के बाद लिव-इन रिलेशन में रहने वाले कपल ने दिल्ली में शिफ्ट होने का फैसला किया। उन दोनों ने इस फैसले की वजह से महरौली के छतरपुर पहाड़ी इलाके में 15 मई को किराए पर एक कमरे का फ्लैट लिया।
दिल्ली शिफ्ट होने के बाद ही श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल
दिल्ली शिफ्ट होने के तीन दिन बाद ही श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला फिर से झगड़ पड़े। यह झगड़ा श्रद्धा वाकर के लिए घातक हो गया और उसकी जिंदगी बुरी तरह से खत्म हो गई। आफताब पूनावाला ने गला दबाकर उसका कत्ल कर दिया। एडिशनल डीसीपी (साउथ दिल्ली) अंकित चौहान ने कहा कि श्रद्धा वाकर लड़ाई के दौरान चिल्ला रही थी और आफताब पूनावाला ने उसका गला दबाकर और उसे दबोच कर चुप कराने की कोशिश की। इसी झगड़े के दौरान श्रद्धा की मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर की दोस्तों से बात
हत्या के बाद के अगले कुछ हफ्तों तक, आफताब ने कथित तौर पर महिला के दोस्तों के साथ उसके सोशल मीडिया अकाउंट का उपयोग करके बातचीत की ताकि कोई संदेह पैदा न हो। श्रद्धा वाकर अपने परिवार से बात नहीं कर रही थी, क्योंकि उन्होंने उनके रिश्ते पर आपत्ति जताई थी। पीड़िता के पिता ने मुंबई में सितंबर में शिकायत दर्ज कराई जब उसके दोस्तों में से एक ने उन्हें बताया कि वाकर के फोन पर पिछले दो महीने से संपर्क नहीं हो पा रहा है और पूनावाला ने दावा किया वे कुछ समय पहले अलग हो गए थे।
पिता ने की शिकायत, फिर दिल्ली में हुई आफताब की गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद, मुंबई पुलिस ने दिल्ली में उसके अंतिम स्थान का पता लगाया और आफताब को भी बुलाया, जिनके विरोधाभासी बयानों ने संदेह पैदा किया। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “मुंबई पुलिस ने आफताब और श्रद्धा का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाला और पाया कि उसका मोबाइल मई से बंद था. फिर हमने आफताब को बुलाया और उससे पूछताछ की और उसका बयान भी दर्ज किया गया.” आठ नवंबर को मुंबई पुलिस ने महरौली थाने में श्रद्धा के लापता होने की सूचना दी थी। जांच के दौरान आफताब के आवास पर छापेमारी की गई और उसे हिरासत में ले लिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपी को पांच दिनों के लिए हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।