राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में खुलासा पिछले वर्षों की तुलना में 9.8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
मुंबई-उत्तर प्रदेश में हाल में ही हुए हाथरस कांड के बाद अपराध के मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गयी है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले दो साल के मुकाबले इस लगभग दस प्रतिशत अपराध बढ़े हैं। एनसीआरबी के अनुसार देश भर में अपराध के मामले में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है जबकि पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश है। यदि आबादी के आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए इसकी समीक्षा की जाए तो तस्वीर कुछ अलग ही नजर आती है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में साल 2019 में 40684 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. एनसीआरबी के मुताबिक़ मुंबई भी आपराधिक मामलों के लिहाज से दूसरे नंबर पर है। वहीं यदि देश में प्रति लाख आबादी पर आपराधिक मामलों की बात की जाए तो मुंबई का स्थान 15वां हैं। जबकि पुणे 14वें नंबर पर काबिज है। एनसीआरबी की रिपोर्ट ने देश की राजधानी दिल्ली को फिर से पहले नंबर पर बताया है। जिसके बाद जयपुर, कोच्चि, पटना,इंदौर, लखनऊ के साथ बेंगलुरु 13वें नंबर पर आता है।
अपराध पर अंकुश लगाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है.
बीते वर्ष देश भर में दर्ज हुए 32.3 लाख आपराधिक मामलों में महाराष्ट्र दूसरे नंबर आता है। एनसीआरबी के मुताबिक यह आँकड़ा 10.6 प्रतिशत है। वहीं उत्तर प्रदेश ने 10.9 प्रतिशत के साथ पहला स्थान पाया है। देश की राजधानी दिल्ली लाख जनसंख्या के आधार पर पहले स्थान पर है। सूची में दिल्ली के बाद केरल और हरियाणा आते हैं जबकि महाराष्ट्र आठवें नंबर पर है।
देश में 9.8 प्रतिशत अपराध बढ़े
देश यदि अपराध के मामलों के बढ़ने की बात करें तो इसमें साल 2018 के मुकाबले साल 2019 में आपराधिक मामलों में 9.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एनसीआरबी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में साल 2019 में 3.41 लाख मामले दर्ज हुए हैं। रिपोर्ट बताती है कि साल 2019 में हिंसा और बलात्कार के मामले में 16.1 प्रतिशत और हत्या के मामले 4.1प्रतिशत बढ़े हैं।
साइबर क्राइम भी बढ़ा
मुंबई में साइबर क्राइम के मामलों में 45 फीसदी की बढ़ोतरी का खुलासा रिपोर्ट में हुआ है। जबकि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ होने वाले आपराधिक मामले भी 7.3 प्रतिशत, 4.4 प्रतिशत और 13.6 प्रतिशत बढ़े हैं।
ReplyForward |