दिल्ली के द्वारका जिले के मोहन गार्डन इलाके में 17 वर्षीय स्कूल की छात्रा पर हुए एसिड अटैक के मामले में नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया कि आरोपी सचिन अरोड़ा ने घटना से 3 दिन पहले 11 दिसंबर को फ्लिपकार्ट के माध्यम से यह तेजाब मंगवाया था. दिल्ली पुलिस ने फ्लिपकार्ट से पूछा है कि क्या वेबसाइट ने तेजाब बेचते वक्त सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया था और क्या उन्होंने आरोपी से किसी सरकारी पहचानपत्र की मांग की थी।
दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मुद्दे को लेकर फ्लिपकार्ट और अमेज़न को नोटिस जारी किया है। बता दें कि एसिड की बिक्री पर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने प्रतिबंध लगा रखा है, फिर भी ये ऑनलाइन या दुकानों पर आसानी से उपलब्ध है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने इन दोनों ही कंपनियों के सीईओ को खत लिखा है और कहा है कि महिला आयोग को पता चला है कि Amazon और Flipkart पर एसिड आसानी से मिल जाता है, जो कि अवैध है। महिला आयोग ने इस नोटिस को भेजते हुए जवाब मांगा है।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि पश्चिमी दिल्ली में बुधवार सुबह 17 वर्षीय किशोरी पर मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने तेजाब फेंक दिया था। फिलहाल सफदरजंग अस्पताल में किशोरी का इलाज किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, हमले की योजना 20 साल के सचिन अरोड़ा ने बनाई थी, जिसकी सितंबर में लड़की से अनबन हो गई थी। उसकी मदद 19 साल के हर्षित अग्रवाल और 22 साल के वीरेंद्र सिंह ने की।
सचिन और हर्षित ने छात्रा पर तेजाब फेंका, जबकि वीरेंद्र पुलिस को गुमराह करने के लिए बहाना बना कर सचिन केस्कूटर और मोबाइल फोन को दूसरी जगह ले गया। तीनों को 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, उन्होंने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने संभवत लड़की पर ‘नाइट्रिक एसिड’ फेंका था, जिसे एक ई-कॉमर्सवेबसाइट के जरिये मंगवाया गया था। हालांकि इसकी पुष्टि फोरेंसिक जांच के बाद ही हो पाएगी।
फ्लिपकार्ट के जवाब का इंतजार
दिल्ली की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रीत हुड्डा ने बताया कि सचिन ने एसिड Flipkart से मंगाया था। पेमेंट के लिए उसने फ्लिपकार्ट के ई-वॉलेट का इस्तेमाल किया। हालांकि अभी तक Flipkart की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। घटना द्वारका इलाके में 14 दिसंबर को सुबह 7:30 बजे हुई। लड़की अपनी छोटी बहन के साथ जा रही थी, तभी बाइक पर सवार 2 लोग आए। पीछे बैठे लड़के ने तेजाब फेंक दिया।
इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों की पहचान सचिन अरोड़ा (20 साल), हर्षित अग्रवाल (19 साल) और वीरेंद्र सिंह (22 साल) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि सचिन मुख्य आरोपी है, उसने हर्षित और वीरेंद्र की मदद से वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि छात्रा को 8 प्रतिशत बर्न इंजरी आई है. उसकी दोनों आंखों में एसिड गया है, जिससे दोनों आंख क्षतिग्रस्त हो गई है. हालांकि पुलिस का कहना है कि उसकी आंखों को कितना नुकसान, यह डॉक्टर ही बता पाएंगे. डॉक्टरों का कहना है कि 2 से 3 दिन बाद पता चल पाएगा कि पीड़िता की आंखों को कितना नुकसान पहुंचा है.