क्रिकेट सट्टे में लिए गए कर्जको चुकाने नकली नोट छापकर बाजार मे फैलाने के आरोप मे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच ने पुणे के दौड से युवक को गिरफ्तार किया है । पुलिस ने उनके पास से प्रिंटिंग मशीन, कंप्यूटर सेट, 100 रुपए के नकली नोट और अन्य सामग्री जब्त की है । गिरफ्तार किये गए युवक की पहचान दीपक मोहन गुंगे के रूप में हुई है। दीपक मूल रूप से पंढरपुर के एक गांव का रहने वाला है। पिछले कुछ वर्षों से, दीपक क्रिकेट सट्टेबाजी का आदी हुआ था । 2017 के आईपीएल में क्रिकेट सट्टे में लाखो रुपये हारने के बाद वह कर्ज में डूबे थथा । उन्होंने एक ऋणदाता से 12 से 15 लाख रुपये का ऋण लिया था। कर्जदारो का ठेका लगने से उसने एक निर्जन जगह पर एक फ्लॅट किराये पर लिया था । । उसने इस फ्लैट में नकली नोट छापने का प्रयोग शुरू किया था। एक साल बाद अपने प्रयोग की सफलता के बाद, उसने सौ रुपये के नकली नोट छापना शुरू किया।
इस बीच, मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच कक्ष 3 के पो.नि. नितिन पाटिल को सूचना मिली की एक व्यक्ति मुंबई के बाज़ार में नकली नोट बेचने की कोशिश कर रहा है। क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त नंदकुमार ठाकुर, सहायक पुलिस आयुक्त अविनाश शिंगटे के मार्गदर्शन में कक्ष 3 के प्रभारी पो.नि. अशोक खोत, पो.नि. नितिन पाटिल, सपोनि भरते और एक टीम ने सीताराम मिल कंपाउंड, लोअर परेल में एक जाल बिछाकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उसके बैग की तलाशी ली और उसमें 100 रुपये के 896 नोटों का एक बंडल मिला। जब पुलिस ने नोटों की जांच की, तो पाया कि वे नकली थे।
पुलिस ने गिरफ्तार किये दीपक गुंजे से पूछताछ करणे पर, कर्जा चुकाने के लिये नकली नोट छापने प्रेस चालू की थी। दीपक को गिरफ्तार कर उसके किराये के मकान पर छापा डालकर सामग्री जब्त की है। दीपक एक क्रिकेट सट्टेबाजी का आदी था , जिसे कर्ज के कारण नकली नोट छापने और वितरित करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है ।