सुल्तानपुरी कंझावला एक्सीडेंट केस में मृतका अंजलि के परिजनों से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुलाकात की और अंजलि के परिवार को 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि अंजलि सिंह जिसकी विभत्स मौत हुई है वो अपने परिवार में अकेले कमाने वाली थी। हमारी सरकार ने उसके परिवार को 10 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा हम मृतका के परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने का भी प्रयास करेंगे।
परिजनों से मुलाकात के बाद सिसोदिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “ये घटना बहुत दु:खद है, आज मैं परिवार से मिला। लड़की की मां के इलाज में भी जो भी जरूरत होगी वो दिल्ली सरकार की तरफ से करवाया जाएगा। सरकार की तरफ से 10 लाख की सहायता दी जाएगी, जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है।” इसके साथ ही मनीष सिसोदिया ने बताया कि “परिवार की मांग है कि उनके परिवार में से एक को नौकरी दी जाए। हम जल्द उन्हें नौकरी दिलाने की कोशिश करेंगे। मैंने अपने विधायक और पार्षदों को सामाजिक रूप से भी तुरंत मदद करने को कहा है।”
इसके अलावा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के बजाय विपक्ष को नष्ट करने के लिए सभी शक्तियों का यूज कर रही है।”
इसी बीच शुरुआती फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है। FSL रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतका अंजलि कार के लेफ्ट साइड के फंट व्हील पर फंसी हुई थी। ज्यादातर खून के धब्बे कार के लेफ्ट साइड के फ्रंट और बैक व्हील के नीचे मिले हैं। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कार के अंदर अंजलि के होने का कोई सबूत नहीं मिला है। इससे पहले बीते दिन मंगलवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह भी पुष्टि हो चुकी है कि अंजलि के साथ रेप नहीं हुआ था।
दिल्ली में नए साल के पहले दिन Kanjhawala क्षेत्र में अंजलि सिंह नाम की लड़की के साथ हुए एक्सीडेंट केस में एक बाद एक खुलासे हो रहे हैं। कथित तौर पर लड़की की स्कूटी को कार ने टक्कर मारी और लड़की को 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटते ले गई। कार के पहिए में फंस कर कई किलोमीटर तक सड़क तक रगड़ने के कारण उसके शरीर की पूरी चमड़ी उखड़ गई थी और उसकी मौत हो गई थी । ये एक्सीडेंट तब हुआ जब वो 1 जनवरी की रात तीन बजे अपने काम से घर लौट रही थी।
बता दें अंजलि सिंह जिसकी उम्र महज 20 साल थी वो जब 1 जनवरी को अपने घर लौट रही थी तब उसके साथ उसकी एक दोस्त निधि भी साथ थी। अंजलि की टू विलर को कार ने टक्कर मारी थी और निधि को जहां केवल थोड़ी चोटें आई वहीं अंजलि को एक दो नहीं पूरे 13 किलोमीटर तक कार घसीटती हुई ले गई, जिसमें उसका शरीर छंलनी हो गया और मौके पर ही मौत हो गई थी।