लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मोनू से पुलिस करीब 9 घंटे से लगातार पूछताछ कर रही है. इस दौरान क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा से लखीमपुर हिंसा से जुड़े करीब 40 सवाल पूछे जाने की बात सामने आई है. किसी भी वक्त उनको गिरफ्तार किया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि आशीष घटना वाले दिन 3 अक्टूबर को दोपहर 2:36 से 3:30 बजे तक कहां थे, इसका संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे हैं. इससे पहले आशीष को शुक्रवार सुबह 10 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह पूरा दिन नदारद रहे. आशीष मिश्रा डेडलाइन से 22 मिनट पहले 10 बजकर 38 मिनट पर ही क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गए थे. पूछताछ की वीडियोग्राफी भी की जा रही है.
बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आशीष मिश्र से डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी पूछताछ कर रहे हैं. इस दौरान आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए हैं. उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पुलिस को दिखाया है. आशीष के वकील भी यहां मौजूद हैं.
आशीष मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149 (दंगों से संबंधित), 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 338 (किसी शख्स को चोट पहुंचाना जिससे उसकी जान को खतरा हो), 304-ए (लापरवाही से मौत), 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक साजिश रचना) के तहत केस दर्ज हुआ है. आशीष की गिरफ्तारी को लेकर पूरा विपक्ष और किसान संगठन यूपी सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं.
बता दे, आशीष मिश्रा अपने खिलाफ दूसरा समन जारी होने के बाद शनिवार को चार वकीलों के साथ लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे थे. वे लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपी हैं.