मध्य प्रदेश के गुना में शिकारियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. गुना के आरोन थाना क्षेत्र स्थिति जंगल में शिकारियों ने फायरिंग कर तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी है. खबर है कि काले हिरण की तलाश में आये शिकारियों ने पुलिस को निशाना बनाया.
जानकारी के मुताबिक देर रात पुलिस को खबर मिली थी कि कुछ लोग जंगल में काले हिरण का शिकार करने के इरादे से आए हुए हैं. आनन-फानन में पुलिस की टीम शिकारियों से घेरने के इरादे से पहुंची. जिसके बाद शिकारियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. देर रात पुलिस और शिकारियों में मुठभेड़ हो गई. इसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है.
जिन पुलिसकर्मियों की हत्या हुई है उनमें आरोन थाने के एसआई, हेड कांस्टेबल और आरक्षक शामिल हैं. तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है. घटना शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है. पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया है.
घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटा दिया गया है. मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को 1-1 करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है. पुलिस फोर्स को भेजा गया है. जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है.
SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी. इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं. शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे. पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इसमें सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं. अंतिम संस्कार के लिए शहीद SI राजकुमार जाटव का शव अशोकनगर रवाना किया गया। आरक्षक संतराम मीना का शव श्योपुर भेज गया.
वहीं, घटना के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि लगातार बदमाशों की घेराबंदी की जा रही है. हम जल्द उन्हें पकड़ लेंगे. इन बदमाशों पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई होगी. 5 हिरणों के सिर मिले हैं, 2 हिरणों की बॉडी मिली है, मोर का भी शव मिला है. यहीं से शिकारियों की तरफ ध्यान जाता है.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तीन पुलिसकर्मियों की हत्या को दुखद कहा है. उन्होंने कहा कि, कुछ बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी. बदमाशों ने अपने आप को चारों तरफ से घिरा देखकर फायरिंग शुरू कर दी. हमारे एक SI, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शहीद हो गए.