महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या मामले में आरोपी आनंद गिरी की न्यायिक हिरासत को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी शिष्य आनंद गिरी से कई घंटे तक पूछताछ की गई है. बुधवार को दोपहर 12 बजे आनंद गिरी, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. वहां से रिमांड मंजूर होने के बाद दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी जेल ले जाया गया. सूत्रों के अनुसार दोनों को अलग-अलग हाईसिक्योरिटी सेल में रखा जाएगा. 5 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई होगी.
एसआईटी अध्यक्ष सीओ अजीत सिंह चौहान, विवेचक इंस्पेक्टर महेश सिंह समेत टीम कोर्ट में मौजूद रही. विवेचक ने कोर्ट में मृतक के दो मोबाइल, चाकू, नायलान की रस्सी और सुसाइड नोट पेश किया. साक्ष्यों को देखने के बाद सीजेएम के आदेश पर सील कर दिया गया. डीजीसी क्रिमिनल गुलाब चंद्र अग्रहरि ने ये जानकारी दी.
महंत नरेंद्र गिरी आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी के बाद तीसरे आरोपी आद्या तिवारी के पुत्र संदीप तिवारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सुसाइड नोट में नाम आने के बाद से वह फरार चल रहा था. बता दें कि नरेंद्र गिरी ने संदीप तिवारी को भी अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था. न्यायालय ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. आनंद गिरि के मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, कुछ पेन ड्राइव, सीडी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को पुलिस ने जब्त कर लिया है.
गौरतलब है कि नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था. आनंद गिरि उस दौरान अपने आश्रम में था और उत्तराखंड पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था. बाद में यूपी पुलिस की एक टीम ने पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर यूपी लाई थी. वहीं हरिद्वार स्थित आनंद गिरि का आश्रम सील कर दिया गया है.