प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या रविवार को कर दी गई थी. अज्ञात अपराधियों ने मोगा जिले के जवाहरके गांव में उनपर हमला किया. उनकी गाड़ी पर 30 से ज्यादा राउंड फायरिंग की गई.
पहले कहा जा रहा था कि इस वारदात में खतरनाक AK-47 राइफल का इस्तेमाल किया गया, लेकिन ऐसा नहीं है. सूत्रों के अनुसार मूसेवाला की हत्या अपराधियों ने रूसी असॉल्ट राइफल एएन-94 से की. यह एव्टोमैट निकोनोवा मॉडल 1994 राइफल है.
यह इतना घातक हथियार है कि रूसी सेना इसका इस्तेमाल करती है. इस राइफल को रूस ने AK-47 की जगह उपयोग करने के लिए बनाया था. लेकिन फिलहाल ये ज्यादा देशों में उपयोग नहीं हो रही है.
सिद्धू मूसेवाला पर जिस तरह से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं, उसके लिए किसी ऑटोमैटिक असॉल्ट राइफल की ही जरूरत होती है. इस जरूरत को रूस की बनी AN-94 असॉल्ट राइफल ने पूरा किया और मूसेवाला को अपनी जगह से हिलने का मौका तक नहीं दिया. यह हथियार कितना घातक है इसका अंदाजा सिर्फ मूसेवाला की थार गाड़ी की हालत को ही देखकर लगाया जा सकता है.
क्या है वो AN-94 राइफल, जिससे हुई सिद्धू मूसेवाला की हत्या
एएन-94 (AN-94) असॉल्ट राइफल में एएन (AN) का फुल फॉर्म है एवतोमैत निकोनोव (Avtomat Nikonova) है. इसकी डिजाइनिंग 1980 से शुरु की गई थी जो 1994 में पूरी हुई थी. इसे चीफ डिजाइनर गेनाडी निकोनोव (Gennadiy Nikonov) ने बनाया है. इन्होंने ही पहले निकोनोव मशीन गन (Nikonov Machine Gun) बनाई थी. यह असॉल्ट राइफल 1997 से लगातार रूस के सैन्य बलों में सेवा दे रही है.
एएन-94 (AN-94) असॉल्ट राइफल का वजन 3.85 किलोग्राम है. स्टॉक यानी बट के साथ इसकी लंबाई 37.1 इंच और बगैर स्टॉक के 28.7 इंच होती है. इसके बैरल यानी नली की लंबाई 15.9 इंच है. इसमें 5.45×39 mm की गोलियां लगती हैं. सबसे खतरनाक बात ये है कि एएन-94 (AN-94) असॉल्ट राइफल दो शॉट बर्स्ट ऑपरेशन का ऑप्शन देती है. यानी एक के पीछे एक करके दो गोलियां तेजी से निकलती हैं. जिनके निकलने के समय में माइक्रोसेकेंड्स का अंतर होता है. यानी दुश्मन को एक साथ दो गोलियां लगती है और यह दुश्मन को हिलने तक का मौका नहीं देती.
एएन-94 (AN-94) असॉल्ट राइफल से बर्स्ट मोड में 1800 गोलियां दागी जा सकती है. फुल ऑटोमैटिक मोड में हर मिनट 600 राउंड गोलियां निकलती हैं. गोलियों की गति 900 मीटर प्रति सेकेंड है. यानी सामने वाले को बचने का मौका बिल्कुल नहीं मिलता.
एएन-94 (AN-94) असॉल्ट राइफल की फायरिंग रेंज (Firing Range) 700 मीटर है. इसमें 30 और 45 राउंड की बॉक्स मैगजीन या फिर 60 राउंड की कैस्केट मैगजीन लगती है. हैरानी की बात ये है कि अत्याधुनिक असॉल्ट राइफल होने के बावजूद भी इसे ज्यादा सैन्य बलों ने पसंद नहीं किया. क्योंकि इसकी डिजाइन बेहद जटिल है. यह AK-47 की तरह चलाने में आसान नहीं है. न ही आसानी से रिपयरेबल है. हर मौसम में एके-47 की तरह काम नहीं कर पाती.
फिलहाल इसका उपयोग रूस की सेना, पुलिस, संघीय सुरक्षा सेवाएं और आंतरिक मंत्रालय के अधीन आने वाले सैन्य बल कर रहे हैं. इसके अलावा प्रोविजनल आयरिश रिपब्लिकन आर्मी इस असॉल्ट राइफल का उपयोग कर रही है. इसके अलावा किसी भी देश या सैन्य संगठन ने इस बंदूक को न तो खरीदा है न ही खरीदने का ऑर्डर दिया है.