राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के मामले में आरोपियों का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA ) ने 8 से 10 मोबाइल नंबर ट्रेस किए हैं. इनकी लोकेशन पाकिस्तान से लेकर भारत में आ रही है. इन्हीं नंबरों पर रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद की लगातार बातचीत भी हो रही थी। दोनों पाकिस्तान के एक मौलाना के भी संपर्क में थे। इस इनपुट ने खुफिया तंत्र के कान खड़े कर दिए हैं.
राजस्थान के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने भी इस मामले काे लेकर खुलासा किया है कि दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों से कॉन्टैक्ट में थे। इनके मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों के नंबर मिले हैं. रियाज और गौस की पाकिस्तान के नंबरों पर खूब बातचीत होती थी.
राज्यमंत्री यादव ने इनके कराची में ट्रेनिंग लेने का भी दावा किया है. बताया गया कि दोनों ने 2014-15 में करीब 15 दिन की ट्रेनिंग ली थी। दोनों पाकिस्तान में दावत-ए-इस्लाम संगठन से भी जुड़े हुए थे। पाकिस्तान के आका के बुलावे पर दोनों नेपाल के रास्ते वहां गए थे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर की घटना पर बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. उधर, मामला राज्य सरकार द्वारा एनआईए को सौंप दिया गया है. एटीएस और एसओजी मामले में सहयोग करेगी. मामला सीधे तौर पर आतंकवाद से जुड़ा माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट करके बताया है कि इस घटना में मुकदमा UAPA के तहत दर्ज किया गया है इसलिए अब आगे की जांच NIA द्वारा की जाएगी जिसमें राजस्थान ATS पूर्ण सहयोग करेगी. पुलिस एवं प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्रवाई करें. वर्तमान हालात को देखते हुए पुन: अपील करता हूं कि सभी पक्ष शांति बनाए रखें.
NIA ने दर्ज किया केस
एनआईए ने राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों द्वारा एक दर्जी की “नृशंस हत्या” के संबंध में आतंकवाद निरोधी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत बुधवार को मामला दर्ज किया. इसके साथ ही एजेंसी ने कहा, ‘‘आरोपी देश भर में जनता के बीच आतंक फैलाना” चाहते थे.
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की टीमें उदयपुर पहुंच गई हैं और उन्होंने मामले की त्वरित जांच के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने कहा, “आरोपी व्यक्तियों ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए आपराधिक कृत्य का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में पोस्ट किया था ताकि पूरे देश में लोगों के बीच दहशत फैलायी जा सके.’’
हत्या ही नहीं, दहशत फैलाना की भी थी योजना
मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस दर्जी कन्हैलाल की सिर्फ हत्या नहीं करना चाहते थे. हत्या के साथ-साथ उनकी योजना पूरे देश में दहशत फैलाने की थी. इसी योजना के तहत उन्होंने हत्या का लाइव वीडियो बनाया. साथ ही हत्या कर फरार होने के बाद भी वीडियो बनाया और उसमें मर्डर करने की बात कबूल की. हत्या को उन्होंने इस्लाम धर्म का अपमान करने की सजा भी बताया.