श्रद्धा वालकर (Shraddha Walkar) की हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला (Aaftab Poonawala) का आज फिर पॉलिग्राफी टेस्ट हो सकता है। आरोपी आफताब को बुखार है। इस वजह से आज आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट उसकी सेहत पर निर्भर करेगा।
गुरुवार को 6-7 घंटों तक दिल्ली के FSL में आफताब का पोलीग्राफ टेस्ट हुआ, लेकिन ये पूरा नहीं सका. आफताब रोहिणी की FSL लैब से 8 घंटे के बाद बाहर आया तो उसने बताया कि उसे बुखार था, जिसकी वजह से उसका पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) गुरुवार को नहीं किया जा सका।
पोलीग्राफ टेस्ट से पहले आफताब का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण (Psychological Analysis) किया गया। इसके जरिए आफताब की ब्रेन मैपिंग की कोशिश की गई। ये टेस्ट इसलिए भी ज़रूरी था क्योंकि इतना संगीन गुनाह करने के बावजूद आफताब को किसी तरह का पछतावा नहीं है। वो शुरू से ही काफी नॉर्मल बर्ताव कर रहा है। बिलकुल शांत और बेफिक्र नज़र आ रहा है।
सूत्रों का कहना है कि आफताब से करीब करीब 50 सवाल से पूछे गए। पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान आफताब से उसके बचपन के बारे में, उसके दोस्तों के बारे में, श्रद्धा से उसके रिश्तो के बारे में सवाल किए गए। उससे पूछा गया कि अगर उसने कत्ल किया है तो कब किया और कत्ल करने के बाद उसने सारे सबूतों को कहां पर छुपाया। उससे ये भी पूछा गया कि श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के बाद उन्हें किन-किन इलाकों में ले जाकर फेंका।

इससे पहले पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पिछले एक हफ्ते में आफताब और श्रद्धा के छतरपुर फ्लैट और महरौली जंगल से चाकू, ब्लेड, आरी और अन्य उपकरण सहित लगभग 10-12 नुकीली वस्तुएं बरामद की हैं। दूसरे राज्यों में सबूतों की तलाश जारी रखते हुए, मुंबई के वसई में दिल्ली पुलिस की एक टीम श्रद्धा वालकर के फोन की तलाश के लिए भायंदर में एक नाले से गुजरी।
पूछे गए क्राइम के तरीके, बचपन से जुड़े सवाल: एफएसएल के एक अधिकारी ने कहा, “इस टेस्ट का उद्देश्य हत्या के हथियार, शरीर के टुकड़े और श्रद्धा के फोन छुपाने की जगहों का पता लगाना था। आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान मुख्य रूप से कपल के इतिहास, पूनावाला के प्रारंभिक जीवन, बचपन, परिवार, रिश्तों, क्या/कैसे उसने श्रद्धा की हत्या की और सबूत छिपाए जैसे सवाल पूछे गए। उसने टेस्ट में सहयोग किया और सभी जवाब दिए। परिणामों का विश्लेषण और संकलन किया जाएगा। हम पुलिस के साथ रिपोर्ट शेयर करेंगे।”
कब होगा नार्को टेस्ट
आफताब का नार्को टेस्ट कब होगा, ये इस बात पर भी निर्भर कर सकता है कि वो इस टेस्ट के लिए मेडिकली फिट है या नहीं। पोलीग्राफ टेस्ट के बाद नार्को टेस्ट का अमल लंबा है। अगर ज़रूरी हुआ तो रिमांड खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में भी आफताब का नार्को टेस्ट हो सकता है।