दक्षिण दिल्ली (South Delhi) के चर्चित लिव-इन पार्टनर मर्डर केस में श्रद्धा वॉकर (Shraddha Walker) के पिता ने आरोपी आफताब पूनावाला (Aftab Poonawala) को मौत की सजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने इस मामले को लेकर ‘लव जिहाद’ का संदेह भी जताया है। मालूम हो कि आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा को बेरहमी से 35 टुकड़ों में काटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद इन टुकड़ों को जंगल में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था।
आफताब ने अपनी 26 वर्षीय दोस्त की हत्या करना कबूल कर लिया है। वह मई 2022 से लापता थी। आरोपी आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने श्रद्धा के शरीर को काटकर टुकड़ों को फेंक दिया था।
श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा, ‘मुझे इस केस में लव जिहाद का संदेह है। हम आफताब के लिए मौत की सजा की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस पर मेरा विश्वास है और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। श्रद्धा अपने अंकल के बहुत करीब थी और मुझसे ज्यादा बातें नहीं करती थी। मैं आफताब के संपर्क में कभी नहीं रहा। मैंने मुंबई के वसाई में मामले को लेकर पहली शिकायत दर्ज कराई थी।’
बेटी के लापता होने की दर्ज कराई थी शिकायत
महाराष्ट्र में पालघर के रहने वाले विकास ने अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत मुंबई पुलिस में नवंबर में दर्ज कराई थी। शुरुआती जांच में श्रद्धा की आखिरी लोकेशन की जानकारी दिल्ली में मिली। इसे देखते हुए यह केस दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। श्रद्धा के पिता ने पुलिस को अपनी बेटी के आफताब से रिलेशनशिप के बारे में बताया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि श्रद्धा के लापता होने में आफताब का हाथ हो सकता है।
विकास वॉकर ने कहा – आफताब के कबूलनामे में विरोधाभास
श्रद्धा वॉकर (Shraddha Walker) के पिता विकास वॉकर ने कहा कि उन्हें पुलिस के सामने अपनी बेटी की मौत के दोषी कहे जा रहे आफताब अमीन पूनावाला के कबूलनामे में विरोधाभास नजर आ रहा है तथ्यों की पुष्टि होना बाकी है। पुलिस ने केवल 8-10 टुकड़े बरामद किए हैं। वह (आफताब) एक दिन में कैसे घोषित कर सकता है कि उसने जो किया वह उसने किया? उसने मुंबई पुलिस (Mumbai police) के सामने झूठ बोला लेकिन उसने तुरंत यहां (दिल्ली पुलिस के सामने) कबूल कर लिया। श्रद्धा वॉकर के पिता ने आगे कहा कि अगर आफताब ने टुकड़े टुकड़े किए हैं तो उसके भी टुकड़े टुकड़े हो। उसे फांसी की सजा दी जाए।
परिवार ने किया था रिलेशनशिप का विरोध
श्रद्धा के पिता विकास मदन वाकर ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि श्रद्धा और आफताब के रिश्तों के बारे में उन्हें 8 या 9 महीने बाद पता चला था। उन्होंने कहा कि श्रद्धा ने अपनी दिवंगत मां से 2019 में कहा था कि मैं आफताब के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती हूं। श्रद्धा के पिता विकास ने कहा, ‘हमने उसके इस फैसले का विराध किया था। इसकी वजह यह थी कि हम हिंदू हैं और कोली जाति के हैं। वहीं वह लड़का मुसलमान था। हमारे परिवार में दूसरे धर्म से रिश्तों को स्वीकार नहीं किया जाता। हमारे इनकार पर श्रद्धा का कहना था कि मैं 25 साल की हो गई हूं और अपने लिए सही फैसले ले सकती हूं।’
बेटी को समझाया लेकिन नहीं मानी
श्रद्धा के पिता ने दोनों के रिश्तों को लेकर कई बातों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि किस तरह आफताब उन्हें पसंद नहीं था और उन्होंने इस रिश्ते का विरोध किया था। उन्होंने बेटी को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी।
घर लौट आई थी श्रद्धा, फिर वापस क्यों लौट गई
यही नहीं श्रद्धा ने पिता से कहा कि भूल जाना कि मैं तुम्हारी बेटी हूं और फिर घर से निकल गई। पिता ने कहा, ‘इसके बाद हमें उसके दोस्तों से खबर मिलती रही। पहले वे लोग नया गांव में रहते थे और फिर वसई में रहने लगे। कुछ वक्त बाद श्रद्धा ने अपनी मां से बताया था कि आफताब उससे लड़ाई करता है और पीटता है। मां की मौत के बाद श्रद्धा ने मुझसे भी कई बार फोन पर बात की थी। तब भी उसने आफताब के हाथों पीटे जाने की बात कही थी।’ यही नहीं श्रद्धा कुछ वक्त के लिए घर भी आ गई थी, लेकिन आफताब के माफी मांगने के बाद वापस लौट गई थी।
दोस्तों ने भी बताया, खराब हो गए थे आफताब से रिश्ते
श्रद्धा के दोस्तों शिवानी म्हात्रे और लक्ष्मण नाडर ने भी दावा किया है कि दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे। नाडर ने ही 14 सितंबर को श्रद्धा के भाई जय को बताया था कि उसकी बहन से दो महीने से बात नहीं हो पा रही है। इसके बाद श्रद्धा के पिता ने नाडर से बात की थी और फिर कोई जानकारी न मिल पाने पर पुलिस का रुख किया था। उन्होंने कहा कि मुझे आफताब पर शक था क्योंकि वह बेटी को मारता-पीटता था। अंत में हमने पुलिस से संपर्क किया और बेटी को खोजने की अपील की तो यह खुलासा हुआ।
आफताब ने अपना गुनाह कबूल किया
आफताब ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि दोनों अक्सर लड़ते थे क्योंकि श्रद्धा उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। आफताब पर महरौली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आफताब के किराए के फ्लैट से कुछ हड्डियाँ भी बरामद की है और अधिकारियों ने कहा कि शरीर के बाकी हिस्सों को बरामद करने के प्रयास जारी हैं।