गायक से राजनेता बने सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या में मदद करने वाले उत्तराखंड के देहरादून में पकड़े गए हैं. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में उत्तराखंड और पंजाब एसटीएफ ने हेमकुंड से लौट रहे 6 संदिग्धों को आज सुबह चेकिंग के दौरान पकड़ा था. पंजाब पुलिस उन्हें लेकर रवाना हो गई है. पकड़े गए लोगों में से एक के हत्या में शामिल होने की आशंका है. पंजाब पुलिस इनके पीछे थी.
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड स्पेशल टॉस्क फोर्स (STF) की मदद लेकर उन्हें पकड़ा गया. पकड़े गए लोग लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हैं, इन्हें देहरादून के नया गांव चौकी पर पकड़ा गया. पंजाब पुलिस कुल 6 लोगों को लेकर रवाना हुई है. इन सभी को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक व्यक्ति पर हत्या में शामिल होने का शक है. वह उन तीर्थयात्रियों के बीच छुपा था जो हेमकुंड साहिब की यात्रा पर थे. पंजाब और उत्तराखंड पुलिस की एक संयुक्त टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने कहा कि संदिग्ध को अब पंजाब ले जाया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि देहरादून से हिरासत में लिया गया एक संदिग्ध लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है. इस गिरोह ने गायक मूसे वाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है. उसके अलावा उत्तराखंड से हिरासत में लिए गए पांच और संदिग्धों को भी पंजाब ले जाया जा रहा है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि अपराधी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे. मुख्यमंत्री ने हत्याकांड की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है. सीएम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि मामले की जांच के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मौजूदा जज के अधीन एक न्यायिक आयोग का गठन किया गया है.
मूसेवाला को पहले राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा दी गई थी. शनिवार को पंजाब सरकार ने 424 लोगों की सुरक्षा वापस ले ली थी या उसे कम कर दिया था. इसके साथ ही उन लोगों के नाम भी सार्वजनिक कर दिए थे, जिनकी सुरक्षा हटाई गई. इस मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से पूछा है कि सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक क्यों किए गए?
गौरतलब है कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या रविवार को की गई थी. इसके बाद उनके पिता बलकौर सिंह ने बताया था कि उनका बेटा रविवार को अपने दो दोस्तों के साथ जीप में निकला था और इस दौरान वो अपने गनमैन व बुलेटप्रूफ गाड़ी को घर ही छोड़ गया था. इसके चलते मैं उसके पीछे गया तो दो गाड़ियां उसकी जीप का पीछा कर रही थी. अचानक दोनों गाड़ियों ने जीप को घेरा और अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इसके बाद आरोपी फरार हो गए. उन्होंने बताया कि इसके बाद मैंने सिद्धू और उसके दोस्तों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई का नाम
हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ बताया जा रहा है. इस गैंग ने खुद मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है. गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर हत्या की बात कबूली है. बराड़ इस समय कनाडा में मौजूद है. हत्या के बाद पंजाब के डीजीपी वी के भावरा ने बताया कि मूसेवाला की हत्या के लिए गोल्डी बराड़ और तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई जिम्मेदार है.