ठाणे- ठाणे घोड़बंदर रोड और ठाणे-घोड़बंदर सर्विस रोड को लेकर राजनीतिक स्तर पर लगातार विरोधी अभियान राज्य शासन और मनपा प्रशासन के खिलाफ चलाया जा रहा है. जबकि सर्विििसस रोड की समस्या का समाधान शीघ्र ही होनेवाला है. लेकिन घोड़बंदर परिसर$ के इंटरनल रोड की दुर्दशा को लेकर राजनीकि स्तर पर चुप्पी साधी जा रही है. जो स्थानीय स्तर पर नागरिकों के लिए चिंता का विषय बना है. ऐसी स्थिति में घोड़़बंदर परिसर $के इंटरनल रोड की दुर्दशा को लेकर किसी भी समय स्थानीय नागरिकों का गुस्सा भड$क सकता है. इन बातों का जिक्र करते हुए ठाणे के पूर्व उपमहापौर व वर्तमान नगरसेवक नरेश मणेरा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उनका आरोप है कि गत दो सालों से घोड़बंदर परिसर $के इंटरनल रोड की मलहमपट्टी की जा रही है. जबकि इंटरनल रोड के इंड टू इंड रिसर्र्फेसिंग की आवश्यकता है.
बार-बार ठाणे मनपा प्रशासन को इंटरनल रोड की बदहाली से अवगत कराया जाता रहा है. लेकिन प्रशासन अब तक इसको लेकर किसी तरह की ठोस उपाय योजना पर अमल करने से कतराता रहा है. स्थानीय स्तर पर लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जब स्थानीय नगरसेवक नरेश मणेरा ने मनपा प्रशासन से संपर्क साधा तो उन्हें बताया गया कि फिलहाल प्रशासन के पास निधि का अभाव है. जिस कारण उक्त काम किया जाना संभव नहीं है.
इसके बाद मणेरा ने ठाणे मनपा प्रशासन को सूचित किया कि यदि अन्य मद के विकास निधि का इस्तेमाल इंटरनल रोड के रिसर्र्फेसिंग में उपयोग किया गया तो निधि की समस्या का समाधान भी निकल आएगा. इसी संदर्भ में उन्होंने मनपा प्रशासन से आग्रह किया है कि उपलब्ध वॉटर फंड में उपलब्ध निधि का उपयोग इंटरनल रोड बनाने में किया जाए. साथ ही रोड का काम इंड टू इंड होना चाहिए। इसके लिए आवश्यक हुआ तो जलापूर्ति विभाग के कार्यों को आगे दो सालों के लिए टाला भी जा सकता है इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। लेकिन मनपा इसको लेकर उत्साहित नजर नहीं आ रही है. जिस कारण इंटरनल रोड को लेकर नित नई-नई समस्याएं पैदा हो ही हैं.
बताया जाता है कि वाघबिल से लेकर विजयनगरी, कासारवडवली से गायमुख तक इंटरनल रोड की भरमार है. तमाम रोडों की गहरी खुदाई कर ड्रैनेज पाईप लाईन और पानी का पाईप लाईन डाला गया है. ये पाईप लाईन आठ से लेकर दस मीटर गहरे गड्ढे खोदकर डाले गए हैं. ऐसी स्थिति में रोड का नीचे धंसना स्वाभाविक है. उपरोक्त जानकारी देते हुए मणेरा का कहना है कि गत दो सालों से इंटरनल रोड की उपेक्षा हो रही है. जबकि राजनीतिक स्तर पर भी इस बात को लेकर सहमति देखी गई है कि उपलब्ध वॉटर फंड का उपयोग इंटरनल रोड के रिसर्विसिंग में खर्च किया जाए. यानी रोड का काम स्थायी तौर पर इंड टू इंड पक्का होना चाहिए. रोड डांबरीकरण की सबसे अधिक आवश्यकता है.
इंटरनल रोड की समस्या को लेकर लगातार ठाणे मनपा प्रशासन के साथ पाठपुरावा किया जा रहा है. आगे मणेरा का कहना है कि जब तक घोड़बंदर परिसर $के तमाम इंटरनल रास्ते का नए सिरे रिसर्र्फेसिंग नहीं किया जाता, लोगों को समस्या से मुक्ति नहीं मिलनेवाली है. बारिश के कारण रोड किसी भी समय कहीं भी नीचे धंस जा रहा है. अस्थायी दुरुस्ती से काम नहीं चलनेवाला है. ऐसी स्थिति में इंटरनल रोड की दुर्दशा को लेकर वे ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा से भी मुलाकात करनेवाले हैं. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि ठाणे-घोड़बंदर सर्विस रोड को लेकर टेंडर पहले ही निकल चुका है. जिस पर 18 करोड़ $की निधि खर्च होगी. अब बस वर्क ऑर्डर की प्रतीक्षा है. सर्विस रोड की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा.