नमक (Salt) का ज्यादा उपयोग हर हाल में नुकसानदेह होता है. खाने में अगर कभी-कभी नमक की मात्रा कम हो जाती है तो इसकी पूर्ति करने के लिए कुछ लोग अतिरिक्त नमक ले लेते हैं, तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो प्रतिदिन खाने के अलावा सलाद और अन्य माध्यमों से भी नमक की मात्रा का सेवन करते हैं. जूस पीते हैं तो उसमें भी नमक डालते हैं. हर अनाज या सब्जी-फल में प्राकृतिक रूप से नमक मौजूद होता है. अगर कोई बाहर से नमक नहीं भी ले तो उसे कोई दिक्कत नहीं हो सकती.
अधिक मात्रा में नमक का सेवन कई प्रकार की ऐसी गंभीर बीमारियों को दावत देता है, जिसके कारण लाइलाज बीमारियां आपके शरीर में पनपने लगती हैं. नमक में मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम और ब्रोमाइड पाए जाते हैं, इसलिए शरीर को हेल्दी रखने के लिए इन तत्वों की जरूरत होती है लेकिन नमक ज्यादा खाने के बहुत नुकसान हैं. नमक का अधिक उपयोग करने पर दिल सें संबंधित बीमारियां ज्यादा होने की संभावना रहती है. इसलिए नमक का सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए.
हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की वजह से भारत में हर साल हजारों लोगों की मौत होती है. नमक में सोडियम होता है. ज्यादा सोडियम ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है. नमक का अधिक सेवन करने के कारण सीधे रूप से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. इसलिए ज्यादा मात्रा में नमक ना खाएं और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचे रहें.
स्ट्रोक (Stroke)
वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार नमक का अधिक मात्रा में किया गया सेवन स्ट्रोक का प्रमुख कारण माना जाता है. कई लोग स्ट्रोक का शिकार बड़ी आसानी से हो जाते हैं. यह हमारे सिर में सबसे ज्यादा घातक साबित होता है और एक बिजली के झटके की तरह हमें महसूस होता है. जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है उन्हें को खासतौर पर नमक का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे स्ट्रोक का खतरा और भी बढ़ सकता है. आजकल जंकफूड और रेडी टू ईट फूड पर हम ज्यादा निर्भर हैं, जिसमें नमक की मात्रा ज्यादा होती है. इस तरह के फूड का सेवन भी स्ट्रोक जैसे गंभीर खतरे को बढ़ा सकता है.
सिरदर्द (Headache)
सिरदर्द की समस्या तो आज के समय में एक आम बन चुकी है, जिसका अधिकतर घरेलू तरीके से ही उपचार किया जा सकता है. यहां आपको बता दें कि ज्यादा मात्रा में किया गया नमक का सेवन भी सिरदर्द का प्रमुख कारण माना जाता है. इसमें जरा सी लापरवाही के कारण यह माइग्रेन का रूप भी ले सकता है, जो कि सिर दर्द की एक भयानक स्थिति है. इसलिए जिन लोगों में सिर दर्द की समस्या है, उन्हें नमक का सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए.
स्किन इंफेक्शन (Skin Infection)
ज्यादा नमक के सेवन से त्वचा रोग होते हैं. खुजली होने के कई कारणों में नमक भी एक कारण है. शरीर में जलन, खराश, त्वचा पर लाल चकत्ते नमक की अधिकता से होते हैं इसलिए स्किन इंफेक्शन से बचने के लिए नमक कम खाएं.
किडनी स्टोन (Kidney Stone)
किडनी स्टोन कई प्रकार की मेडिकल कंडीशन के बाद उत्पन्न होती है. यूरिन के जरिए अगर हमारे शरीर से पर्याप्त मात्रा में यूरिक एसिड बाहर नहीं निकलता तो यह क्रिस्टल के रूप में हमारी किडनी में इकट्ठा होने लगता है. नमक का अधिक सेवन करने के कारण ही यह समस्या उत्पन्न हो सकती है. वहीं, जिन लोगों को पहले से ही किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें तो निश्चित रूप से ही सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए.
हृदय रोग (Heart Disease)
ज्यादा नमक के सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इससे न केवल दिल कमजोर हो सकता है, बल्कि हार्टअटैक भी हो सकता है. नमक का अधिक सेवन करने के कारण हृदय की मांसपेशियों में ज्यादा खिंचाव होता है. इसके कारण यह कोशिकाएं स्वत: बढ़ने लगती हैं और हृदय की कार्यप्रणाली में बाधा पहुंचती है. इसके बाद हृदय के कई सारे फंक्शन ठीक तरीके से कार्य करने में सक्षम नहीं रहते हैं. इसका घातक परिणाम कई प्रकार के हृदय रोगों का खतरा कई गुना तक बढ़ा देता है. दिल के रोगों से पीड़ित लोगों को हमेशा कम से कम नमक का इस्तेमाल करना चाहिए.