हल्दी (Turmeric) का प्रयोग भारतीय व्यंजनों में खास मसाले के तौर पर होता है, इसलिए ये आपको करीब-करीब हर घर में मिल जाएगी. हल्दी न केवल खाने को बेहतर रंग और स्वाद देती है, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है. आयुर्वेद में वर्षों से हल्दी का प्रयोग एक जड़ीबूटी के तौर पर होता रहा है.
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी- इंप्लेमेटरी गुण (Anti-Bacterial and Anti-inflammatory properties) होते हैं. इस कारण इसका सेवन हमें कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाता है, साथ ही कहीं दर्द या सूजन हो तो उसे कम करता है. इसके अलावा हल्दी में वात, पित्त और कफ को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं.
हल्दी हमारे शरीर की इम्युनिटी (Immunity) को भी बढ़ाती है. यही वजह है कि कोरोना के समय में हल्दी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किया जा रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हल्दी आपके वजन को भी कम करने में सहायक है ? जी हां यदि आप चाय की जगह हल्दी वाली चाय पीना शुरू कर दें, तो आप अपने वजन को आसानी से कम कर सकते हैं. जानिए कैसे तैयार करें हल्दी की चाय.
सामग्री : आधा चम्मच हल्दी, डेढ़ कप पानी, चुटकी भर काली मिर्च, 5-6 तुलसी के पत्ते, एक छोटा अदरक का टुकड़ा घिसा हुआ, शहद स्वादानुसार और कुछ बूंदें नींबू के रस की
ऐसे बनाएं चाय
चाय बनाने के लिए सबसे पहले पैन में पानी डालें और उबलने दें. पानी में उबाल आने के बाद अदरक, तुलसी की पत्तियां और काली मिर्च पाउडर डाल कर थोड़ा और उबालें और उबलते समय ही हल्दी डाल दें. जब पानी खौलकर एक कप रह जाए तब इसे कप में छान लें और इसमें नींबू और शहद को एड करें और चाय की चुस्कियां लें.
कितनी बार पिएं चाय
इस चाय को दिन भर में एक या दो बार पी सकते हैं. सबसे अच्छा है कि आप इसे सुबह खाली पेट पिएं और इसके बाद कुछ देर तक कोई चीज न खाएं. दूसरी बार आप शाम के समय चाय ले सकती हैं.
- बहुत ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से पेट संबन्धी कुछ समस्याएं जैसे कब्ज और दस्त हो सकते हैं. इसके अलावा सीने में जकड़न, त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी और त्वचा की सूजन की समस्या भी हो सकती है.
- इसके अलावा हल्दी की चाय ज्यादा पीने से लीवर टॉक्सिटी की समस्या भी हो सकती है.
- हल्दी की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्भवती महिलाएं इसका सेवन किसी विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही करें. वहीं अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो भी बगैर परामर्श इसका सेवन न करें.