खोपोली के खालापुर में नष्ट होगा मेडिकल कचरा
आदित्य ठाकरे के निर्देश पर मनपा का निर्णय
देवनार से हटना होगा एसएमएस कंपनी को
मुंबई- अस्पतालों एवं दवाखानों से निकलने वाला वायोवेस्ट मटेरियल (मेडिकल कचरा) अब मुंबई से लगभग 125 किमी दूर खोपोली के पास खालापुर में नष्ट किया जाएगा। पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के निर्देश पर मनपा प्रशासन ने महानगर से दूर मेडिकल कचरे को नष्ट करने का निर्णय लिया है. अभी तक साधारण कचरे के साथ मेडिकल कचरे को भी देवनार के डंपिंग ग्राउंड के पास नष्ट किया जाता था।
गौरतलब हो कि देवनार का डंपिंग ग्राउंड कचरा हब बन गया है। आरोप है कि इस परिसर में कचरे से निकलने वाली गैस एवं दुर्गंध के कारण स्थानीय लोगो को टीबी, अस्थमा और दमे जैसी सांस संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। देवनार डंपिंग ग्राउंड के पास ही मुंबई से निकलने वाले बायोवेस्ट को भी नष्ट किया जाता है जिसका ठेका एसएमएस कंपनी को दिया गया है। स्थानीय लोगो का आरोप था कि बायोवेस्ट कचरे को एसएमएस कपंनी नष्ट करने की जगह सीधे जलाने का काम करती है जिससे निकलने वाले जहरीले धुंएं से स्थानीय लोगो को और बीमारियां हो रही है।
मुंबई का इकलौता बायोवेस्ट डिसपोजल प्लांट होने के कारण पूरे शहर के सरकारी अस्पतालों एवं दवाखानों के साथ निजी अस्पतालों के भी बायोवेस्ट को देवनार में ही लाकर एसएमएस कंपनी नष्ट करती है। स्थानीय विधायक अबू आसिम आजमी एसएमएस कंपनी के काम करने के तरीके पर सवाल खड़ा कर रहे थे। उनका आरोप था कि बायोवेस्ट का जिस तरह से निपटारा किया जाना चाहिए, कंपनी वैसा नही करती। बायोवेस्ट को सीधे लाकर जलाने का काम करती है। गोवंडी और मानखुर्द परिसर में डंपिंग ग्राउंड होने और बायोवेस्ट का डिसपोजल किए जाने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है जिसको लेकर कई बार आंदोलन किया गया।
पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को मनपा अधिकारियों, एसएमएस कंपनी के अधिकारियों तथा कई पर्यावरणविदों के साथ बैठक कर बायोवेस्ट का डिसपोजल मुंबई के बाहर किए जाने का निर्णय लिया। राज्य सरकार ने बायोवेस्ट का निपटारा करने वाली कंपनी को खोपोली स्थित खालापुर में बायोवेस्ट का डिसपोजल के लिए जमीन उपलब्ध कराने की जानकारी दी। आदित्य ठाकरे ने कहा कि अगले साल मध्य तक देवनार से एसएमएस कंपनी को मुंबई के बाहर खालापुर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। जिससे देवनार परिसर में होने वाले प्रदूषण में काफी हद तक कमी आएगी।