बचपन से हम सब अपने बड़ों से सुनते आ रहे हैं कि मॉर्निंग वॉक (Morning Walk) सेहत के लिए काफी अच्छी होती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी अक्सर सुबह की सैर करने की सलाह देते हैं. डिजिटल दुनिया में मॉर्निंग वॉक न सिर्फ जरूरी हो गई है, बल्कि इसके फायदे भी कई मायनों में बढ़ गए हैं. इसकी वजह ये है कि आज की डिजिटल दुनिया ने मुश्किल से मुश्किल काम को आसान बना दिया है.
ऑफिस का काम करना हो या खरीदारी, सब कुछ घर बैठे—बैठे एक क्लिक से हो जाता है. लेकिन ऐसे में इंसान की फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity) बहुत कम हो गई है और मेंटल एक्टिविटी बढ़ गई है. इसके कारण लोग शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से परेशानी झेल रहे हैं. ऐसे में मॉर्निंग वॉक व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से तमाम समस्याओं से राहत देती है.
डायबिटीज नियंत्रित रखती है
डायबिटीज (Diabetes) एक लाइलाज बीमारी है. इसकी दवाएं व्यक्ति को ताउम्र खानी पड़ती है. तमाम रिसर्च बताती हैं कि यदि व्यक्ति नियमित तौर पर सैर करे तो वो डायबिटीज को नियंत्रित रख सकता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि वॉक डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है.
दिल की सेहत रखे दुरुस्त
खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा(Obesity), बीपी (Blood Pressure)और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) जैसी समस्याएं आम हो गई हैं. इनकी वजह से दिल की सेहत पर असर पड़ता है और हार्ट संबन्धी समस्याओं का रिस्क बढ़ता है. रोजाना कम से कम आधा से एक घंटे की मॉर्निंग वॉक (Morning Walk) से इन सभी समस्याओं में राहत मिलती है. वजन और कोलेस्ट्रॉल कम होता है, बीपी नियंत्रित रहता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है.
फेफड़ों के लिए लाभकारी
कोरोना काल में लोग अपने फेफड़ों (Lungs) की सेहत को लेकर ज्यादा फिक्रमंद हुए हैं क्योंकि कोरोना सीधे लंग्स पर ही अटैक करता है. हमारे जीवन के लिए जितना जरूरी हार्ट की सेहत है, उतनी ही लंग्स की भी है. कई शोध बताते हैं कि लंग्स को सुरक्षित और तंदुरुस्त बनाए रखने में मॉर्निंग वॉक काफी लाभकारी है.
डिप्रेशन से करती बचाव
आज के समय में लोगों पर इतना ज्यादा दबाव है कि वे तनावग्रस्त बने रहते हैं और इसी स्थिति के बीच कब डिप्रेशन में आ जाते हैं, उन्हें अहसास भी नहीं होता. डिप्रेशन (Depression) को लोग हो सकता है गंभीरता से न लेते हों, लेकिन वास्तव में डिप्रेशन व्यक्ति से कुछ भी करा सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि व्यक्ति रोजाना मॉर्निंग वॉक करे तो उसकी मानसिक शक्ति मजबूत होती है. मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है. ऐसे में मॉर्निंग वॉक डिप्रेशन के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है.
अनिद्रा की समस्या दूर करती है
कुछ लोगों को कई बार इतना ज्यादा तनाव हो जाता है कि वे ठीक से सो नहीं पाते. कई बार तो नींद लेने के लिए उन्हें नींद की गोलियां तक खानी पड़ती हैं. इसका विपरीत असर उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर पड़ता है. लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ देर सुबह वॉक करने से यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाती है. इससे व्यक्ति का मन शांत होता है, स्मरण शक्ति बेहतर होती है और लोग पूरे दिन ऊर्जा से भरे रहते हैं. इससे कार्यस्थल पर उनकी परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है.