मुंबई : व्यक्ति को आँख से अगर दिखाई देना बंद हो जाए तो उसकी दिनचर्या और रोजी-रोटी पर बहुत ही असर पड़ता है। विशेषकर तब जब व्यक्ति मध्यम वर्गीय परिवार से आता हो। इसी तरह के दिक्कतों को दूर करने के लिए भांडुप स्थित भालनेत्र अस्पताल काम कर रहा है। दरअसल, बीते दिनों खादान में स्टील का कटिंग का काम करते समय 52 वर्षीय चंद्रशेखर तिवारी की आँख में चोट लग गई। जिसके कारण उन्हें दाहिने आँख से दिखाई देना बंद हो गया।