कोरोना काल में अस्पतालों की सुरक्षा एवं सतर्कता
सायन अस्पताल में सुरक्षा सप्ताह की शुरूआत
सिक्युरिटी गार्ड्स को दी जा रही विशेष ट्रेनिंग
मुंबई: पिछले कोरोना काल में मुंबई मनपा के अस्पतालों एवं कोविड अस्पतालों में अनेक बार कोरोना मरीज की मौत पर हंगामा होने की घटनाएं होती रहती थी. अगली लहर की संभावना को देखते हुए अस्पतालों में तैनात रहने वाले सुरक्षा रक्षकों को स्थिति को संभालने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सोमवार से मुंबई मनपा के सायन अस्पताल में एक अभिनव सुरक्षा सप्ताह की शुरूआत की गयी है।
सायन अस्पताल में सुरक्षा के लिए कुल 34 महत्वपूर्ण स्थान हैं। अस्पताल को कम से कम 250 सुरक्षा गार्डों की आवश्यकता है जबकि वास्तव में 50 पूर्णकालिक और अन्य निजी सुरक्षा गार्डों के माध्यम से सुरक्षा प्रदान किया जा रहा है। डॉक्टरों पर हमलों को रोकने और भीड़ से निपटने के लिए सुरक्षा गार्डों को भी प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आज मनपा में 4,000 सुरक्षा गार्ड के पद हैं. जबकि वास्तव में केवल 2,400 सुरक्षा गार्ड ही उपलब्ध हैं। मनपा के विभिन्न विभागों की सुरक्षा के लिए कम से कम 10,000 सुरक्षा गार्ड और अधिकारियों की जरूरत है.
सायन अस्पताल के अधीक्षक (डीन) डॉ. मोहन जोशी के नेतृत्व में सायन अस्पताल में सुरक्षा सप्ताह आयोजित करने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि अस्पताल के ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में आम तौर पर 6500 मरीज इलाज के लिए आते हैं, जबकि लगभग 1450 रोगियों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाता है।अस्पताल में कुल 40 ऑपरेशन थिएटर हैं जहां सर्जरी की जाती है. कोरोना काल के दौरान लगभग 250 से 300 सर्जरी प्रतिदिन की जाती है। वर्तमान में 277 बेड कोरोना रोगियों के लिए आरक्षित रखे गए हैं.
इमरजेंसी विभाग में आने वाले रोगियों की संख्या भी बहुत अधिक रहती है। मोहन जोशी ने बताया कि अधिकांश मनपा अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा गार्ड नहीं हैं क्योंकि अस्पताल की इमारतों, डॉक्टर के आवासीय भवनों सहित कई स्थानों पर कड़ी सुरक्षा की आवश्यकता होती है। जिसके चलते सुरक्षा उपायों का प्रभावी होना आवश्यक है। महत्वपूर्ण रूप से, अस्पताल की सुरक्षा प्रणाली और अन्य स्थानों की सुरक्षा प्रणाली के बीच एक बड़ा अंतर है।
अस्पताल की सुरक्षा प्रणाली में मरीजों और रिश्तेदारों के साथ सुरक्षा गार्ड को लचीला होना चाहिए।सुरक्षा गार्डों को न केवल अस्पताल सुरक्षा में प्रशिक्षित किया जाएगा, बल्कि उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा मार्गदर्शन भी दिया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मनपा उपायुक्त देवीदास क्षीरसागर ने कहा कि इस पहल को सायन अस्पताल की तरह मनपा के अन्य अस्पतालों में भी लागू किया जाएगा। सुरक्षा गार्डों के लिए अलग पौष्टिक आहार बनाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में सुरक्षा विभाग रवींद्र पाटिल, अजीत तावड़े, एकेडेमी डीन डॉ. प्रमोद इंगल, प्रो. सीमा बंसोड और प्रो. डॉ. हिना मर्चेंट आदि उपस्थित थे।