मुंबई, उत्तर प्रदेश की काशी नगरी वाराणसी से लापता हुआ 16 साल का एक नाबालिग लड़का मुंबई में मिला है। सामाजिक संगठन के एक कार्यकर्ता सुनीता ने उसे संदिग्ध हालात में एक कचरे की कुंडी के पास बैठे देखा तो उससे बात की। बाद में उसे स्थानी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने उसे यहां एक आश्रय गृह में रखा है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किसी बात पर घरवालों से नाराज होकर वह घर से भाग गया। ट्रेन पकड़कर वह मुंबई आ गया और इधर उधर भटकने लगा। भूख प्यास से व्याकुल लड़का आखिर थक हार कर बैठ गया।
वडाला पुलिस थाने के एक पुलिसकर्मी ने बताया कि बच्चों के संरक्षण के लिए काम करने वाले संगठन के एक कार्यकर्ता की मदद से ध्रुव के वडाला इलाके में होने का पता चला। ध्रुव को उसके गृह नगर वाराणसी भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है। ध्रुव की मां और रिश्तेदार ने पिछले महीने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता ने सबसे पहले ध्रुव को एक कूड़ेदान के पास बैठे देखा। पूछने पर उसने बताया कि वह अपने घर से भागकर यहां आया है। पुलिस के अनुसार किशोर अभी डेविड ससून आश्रय गृह में है और जितनी जल्दी संभव होगा वह अपने माता पिता से मिलेगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण उसे वापस भेजने में देरी हो रही है।