शहर अध्यक्ष निरंजन डावखरे ने कहा सभी मरीज ठीक होने के बाद ही बंद हो सेंटर, सभी कोरोना सेंटर को बंद करने की भाजपा नगरसेवक मनोहर डुंबरे की मांग
ठाणे : ठाणे मनपा की सिमा में जहाँ कोरोना मरीजों की संख्या में अब कमी आ रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए मनपा प्रशासन ने कुछ कोरोना सेंटरों को बंद करने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर भाजपा के शहर अध्यक्ष व विधायक निरंजन डावखरे ने नाराजगी जताते हुए सभी मरीजों के ठीक होने के बाद ही भूमिपुत्रअस्पताल बंद करने की मांग आयुक्त से किया है. वहीँ भाजपा के ही नगरसेवक मनोहर डुंबरे ने शहर के मनपा द्वारा बनाये गए सभी कोरोना सेंटर, अस्पताल और क्वारंटीन सेंटर को टेंपररी तौर पर बंद करने की मांग मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा से की है. इस संदर्भ में डुंबरे ने आयुक्त को पत्र भी दिया है. जिसमें ने उन्होंने ने कहा है कि वर्तमान समय में मिल रहे मरीजों की संख्या को ध्यान में ारखते हुए और खर्चों में बचत करने के लिए नवी मुंबई मनपा ने जहाँ कम हो रहे मरीजों को ध्यान में रखते हुए तीन कोविड सेंटर बंद कर दिया है और भिवंडी महानगर पालिका ने भी कुछ सेंटर को अब ताला लगा दिया है.
ठीक इसी तर्ज पर ही ठाणे महानगर पालिका को खुद द्वारा बनाए गए कुछ कोरोना अस्पताल, कोरोना सेंटर और क्वारंटाईन सेंटर को टेंपररी तौर पर बंद कर देना चाहिए. साथ ही डुंबरे का कहना है कि मनपा प्रशासन को शहर के मरीजों की सुविधा के लिए एक हजार बेड्स का बालकूम में बनाए गए विशेष कोविड अस्पताल और 716 बेड्स के भाईंदरपाडा के क्वारंटाईन केंद्र को पूर्ण क्षमता से शुरू रखना चाहिए. वहीँ दूसरी तरह भाजपा के ठाणे अध्यक्ष निरंजन डावखरे ने कलवा में स्थित भूमिपुत्र कोरोना अस्पताल को बंद करने की मनपा की भूमिका को लेकर आपत्ति जताई है. डावखरे का कहना है कि मनपा स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए इस अचानक निर्णय से इस अस्पताल के मरीजों और उनके रिश्तेदारों में खलबली मच गई है और वे चिंता में है. ऐसे भूमिपुत्र अस्पताल में भर्ती कोरोना के सभी मरीज जब तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते तब तक उक्त अस्पताल को बंद नहीं करना चाहिए. साथ ही डावखरे का कहना है कि कलवा-खारेगाव परिसर के कोरोना मरीजों के भूमिपूत्र अस्पताल नजदीक और सुविधायुक्त है.
मनपा के इन अस्पतालों में है इतने मरीज भर्ती
ठाणे महानगर पालिका की तरफ से वर्तमन समय में बालकूम स्थित ग्लोबल कोविड विशेष अस्पताल, कौसा स्टेडियम अस्पताल और भूमिपूत्र अस्पताल कार्यरत है. जिसमें से बालकूम अस्पताल में 825, कौसा में 346 और भूमिपूत्र में 580 बेड्स खाली पड़े है. जबकि क्वारंटाईन सेंटर में भाईंदरपाडा में कुल क्षमता 716 की है और यहाँ पर सिर्फ 159, कौसा स्टेडियम में 200 में से 74 मरीज ही क्वारंटाईन है.