कोरोना संक्रमण के इस आपदा के दौरान दूसरी तमाम संक्रमित रोगों व उसके संक्रमण के कारणों पर चर्चा की जानी जरूरी है. यह समय की मांग है कि हम अपने रोग प्रतिरोधी क्षमता को हमेशा मजबूत रखें. संक्रामक बीमारियों में से एक मूत्रमार्ग का संक्रमण है, जो शरीर के दूसरे अंगों जैसे किडनी व गुर्दों को भी खराब कर देता है. महिलाओं को मूत्रमार्ग का संक्रमण पुरुषों की तुलना में अधिक जोखिम भरा होता है.वहीं, गर्भवती महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की संभावनाएं अधिक होती हैं, इसलिए बच्चे के जन्म के पूर्व आवश्यक जांचों में यूरीन जांच भी जरूर करवाते रहना चाहिए. इनोकोलॉजिस्ट डॉ मेघा सिन्हा ने बताया कि पेशाब के दौरान दर्द या जलन महसूस होता है तो यह मूत्रमार्ग के संक्रमण के लक्षण होते हैं.साथ ही पेशाब लगना या रात में बार बार पेशाब के लिए उठना, पेशाब में बहुत अधिक बदबू होना या खून के रंग आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द व बुखार रहना या ठंड लगना संक्रमण के लक्षणों में शामिल हैं. उनहोंने बताया कि जननांगों वाले हिस्से पर डियोड्रेंट या पेरफ्यूम व सिंथेटिक अंडरगर्मेंट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
जीवनशैली को बनाएं बेहतर : स्वस्थ रहने के लिए अच्छे खान-पान व जीवनशैली को अपनाएं. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को रोकने में योग व व्यायाम काफी फायदेमंद होते हैं. रोजाना योग के साथ 30 मिनट का व्यायाम करें. विशेषकर एरोबिक व्यायाम जैसे पैदल चलना, दौड़ने आदि को शामिल कर सकते हैं.
संक्रमण से बचाव के लिए उठाएं ये जरूरी कदम
अधिकाधिक पानी पीने की बनाएं आदत
लंबे समय तक पेशाब को रोके नहीं रखें
माहवारी के दौरान जननांगों की सफाई
यौन संबंध के बाद करें यूरिनेट करें
माहवारी के दौरान सेनेटरी पैड का इस्तेमाल
ढीले व सूती अंडरवियर का इस्तेमाल
सिट्रिक एसिड वाले फल खाएं