समय सीमा का बंधन, नाराज बार प्रबंधन
मुंबई-कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए दुकानों के खुलने की समय सीमा तय होने से दुकानदारों में निराशा है. सबसे ज्यादा परेशान मुंबई और आसपास के महानगरों में शराब बेचने वाले वाइन शॉप और बार मालिक हैं. सरकार ने ‘विगिन अगेन’ के तहत सोमवार से होटल और बार खोलने की अनुमति दी है, लेकिन मुंबई में शाम 7 बजे के बाद शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध के कारण, अधिकांश वाइन शॉप और बार मालिकों ने होटल व शराब की दुकानें शुरू ही नहीं की. जबकि राज्य के उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा यह प्रतिबंध लागू नहीं किया गया है.
आबकारी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य के विभिन्न शहरों में बार एवं वाइन शॉप खुलने की समय सीमा अलग-अलग है।अधिकारी के अनुसार नागपुर में रात 9 बजे के बाद तो पुणे में रात 10 बजे के बाद शराब नहीं बेची जा सकती। आबकारी आयुक्त कांतिलाल उमाप ने इस जानकारी की पुष्टि करते हुए कहा कि बार एवं शराब दुकान मालिकों की समस्या पर्यटन विभाग को बताई गई थी क्योंकि समय सीमा के साथ समन्वय करना आवश्यक था। दरअसल देश में काम धंधे से फुरसत होकर लोग रात में आठ बजे के बाद अपने दोस्तों और परिवार के साथ होटल या बार में आते हैं। ग्राहकों की संख्या रात में नौ और दस के बीच सबसे अधिक होती है। ग्यारह के बाद भीड़ धीरे-धीरे कम हो जाती है इसलिए मुंबई में 7 बजे का कोई मतलब नहीं है। शराब कारोबारियों का कहना है कि हमने हवाई जहाज से कर्मचारियों को इसलिए बुलाया था क्योंकि व्यवसाय शुरू होने वाला था। लॉकडाउन में समय निकालकर शराब की दुकानों की मरम्मत और बैठने की व्यवस्था की। अब यह सब खर्च फालतू नजर आ रहा है.