राजनीतिक हलकों में दादी की चर्चा
मुंबई। प्रदेश में हो रहे ग्राम पंचायत चुनाव में रोज नई नई गतिविधियां देखने को मिल रही हैं. इन सबके बीच उस्मानाबाद जिले के एक ग्राम पंचायत चुनाव के लिए 85 वर्षीय दादी ने उतरकर सबको चौंका दिया है। दादी सुमनबाई माने परांदा तालुका के कपिलपुरी गांव की निवासी हैं। उन्हें राष्ट्रपति से स्वच्छ ग्राम अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मानपत्र मिल चुका है.
दादी पिछले 40 वर्षों से ग्राम पंचायत की सदस्य हैं, लेकिन उनके चुनाव लड़ने की उम्मीद कम नहीं हुई है। अभी तक इस ग्राम पंचायत में निर्विरोध चयन होता आ रहा है. इस उम्र में भी वह अपनी बहू को अपनी उम्मीदवारी दाखिल करने के लिए परांदा तहसील ले आई थी।
दादी सुमनबाई का मानना है कि वह इस बार वह भी निर्विरोध चुनी जाएंगी। क्योंकि अभी तक गांव में बिना किसी विरोध के चुनाव हुआ है। इस गांव में 276 महिला और 310 पुरुष मतदाता समेत कुल 586 मतदाता हैं। कपिलपुरी गांव कृषि उत्पादन में समृद्ध है और यहां के अधिकांश किसान ग्राम पंचायत के सदस्य हैं।
ग्राम पंचायत को ‘निर्विरोध’ की परंपरा
कपिलपुरी ग्राम पंचायत अब तक निर्विरोध चुनाव की परंपरा रही है।इस बार भी शिवसेना के पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर पाटिल ने प्रयास शुरू किए हैं। मंगलवार तक सात सदस्य सीटों के लिए केवल सात उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। राजकुमार जैन, पंचायत समिति सदस्य गुलाब शिंदे, बालासाहेब पाटिल, पूर्व सरपंच मोहन अवने और शिवाजी माने इस साल निर्विरोध चुनाव कराने की कोशिश कर रहे हैं।