पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है. हालांकि, उन्होंने कहा कि पार्टी के नाम की घोषणा चुनाव आयोग से परामर्श करने के बाद की जाएगी. हालांकि, अभी अमरिंदर सिंह ने यह साफ नहीं किया है कि वह पंजाब चुनाव 2022 में बीजेपी या किसी और दल संग गठबंधन करेंगे या नहीं.
उन्होंने चंडीगढ़ (Chandigarh) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद पार्टी का गठन होगा और मेरे वकील इस पर काम कर रहे हैं’.
अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को भी घेरा. वह बोले कि मेरे समर्थकों को लोग धमका रहे हैं. हम वहां ये चुनाव लड़ेंगे जहां से सिद्धू खड़े होंगे. अमरिंदर ने दावा किया कि सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता 25 फीसदी घटी है.
सीएम रहने के दौरान अमरिंदर पर जो सवाल उठे, उन्होंने उसपर भी जवाब दिया. वह बोले कि सुरक्षा उपायों को लेकर जो मेरा मखौल उड़ाते हैं, जान लें कि मैं 10 साल सेना में रहा हूं. दूसरी तरफ मैं 9.5 साल पंजाब का गृह मंत्री रहा और संवेदनशील मुद्दे मेरे अधीन थे. जो एक महीने गृह मंत्री रहा वो कहता है कि वो ज़्यादा जानता है.

पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पांच साल पुराना कांग्रेस का घोषणा पत्र भी दिखाया. कैप्टन ने बताया कि उनके कार्यकाल में कितना काम हुआ है. उन्होंने कहा कि पंजाब में काफी काम किया गया है. दावा किया गया कि मेनिफेस्टो का 92% काम पूरा किया गया है, वहीं कुछ काम ऐसे थे जो पूरे नहीं हो सकते थे.
कांग्रेस को औपचारिक रूप से अलविदा कहते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह जल्द ही लोगों के हितों की सेवा के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे. इनमें वे किसान भी शामिल हैं जो एक साल से अधिक समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसानों के मुद्दों को उनके हित में हल किया जाता है, तो उन्हें राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ सीट बंटवारे की व्यवस्था की उम्मीद है.
पूर्व मुख्यमंत्री कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक कि वह अपने लोगों अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेते. अपने इस्तीफे के बाद, अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं.