अक्सर विवादस्पद बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. सुरेंद्र सिंह ने जया बच्चन के संसद में श्राप वाले बयान पर निशाना साधा है और कहा कि ‘पहले तपस्वी श्राप या आशीर्वाद देते थे कलयुग में अब नर्तकी भी श्राप देने लगी हैं’
बीजेपी विधायक यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि यही कलयुग का असली स्वरूप है. बीजेपी विधायक ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की दूसरी शादी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र जरूर 21 साल होनी चाहिए लेकिन इसके साथ ही 50 साल के बाद पुरुषों के शादी न करने का भी कानून बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह भी एक सामाजिक कुरीति है.
सुरेन्द्र सिंह गुरुवार को बैरिया में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इसी दौरान एक पत्रकार ने संसद में जया बच्चन के गुस्से और श्राप वाले बयान पर उनसे सवाल पूछा था. सवाल के जवाब में सुरेन्द्र सिंह ने कहा, ‘यह कलयुग है. पहले तो आशीर्वाद या श्राप त्यागी, तपस्वी और साधक दिया करते थे लेकिन अब नर्तकी भी श्राप देने लगी है. यही असली कलयुग का स्वरूप है.’
सुरेन्द्र सिंह ने हाल में केंद्र सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव के बहाने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की दूसरी शादी की बात उठा दी. उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र जरूर 21 वर्ष होनी चाहिए लेकिन इसके साथ ही साथ एक और कानून बनना चाहिए कि 50 साल के बाद पुरुषों और बुजुर्गों की भी शादी नही होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे नेता लोग, जैसे दिग्विजय सिंह को देखें ही होंगे उन्होंने 70 साल की उम्र में 25 साल की लड़की से शादी की.
दिग्विजय सिंह द्वारा 70 साल की उम्र में 25 साल की ज्योति से शादी करने का उदाहरण देने हुए यहां तक कह दिया कि हमारी सरकार की नियत तो बहुत पवित्र है 21 वर्ष की अवस्था तक बच्चियों को समर्थवान शिक्षित और सशक्त बना करके उनके जीवन को व्यतीत करने का सुंदर मार्ग प्रशस्त किया जा सके.