ओमिक्रॉन के खतरे के बीच योगी सरकार के नाइट कर्फ्यू के फैसले पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सवाल उठाए हैं. वरुण गांधी ने कहा कि यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है. उन्होंने ट्वीट करते हुए तंज कसा कि रात में कर्फ्यू लगाया गया है, जबकि दिन में रैलियों में लाखों की संख्या में लोगों को बुलाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलान, यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है.’ वरुण गांधी ने ट्वीट में आगे लिखा कि उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन.
अपने ट्वीट के जरिए यूपी में हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. वरुण गांधी लगातार बागी रुख अख्तियार किए हुए हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा, किसान आंदोलन सहित कई मामलों में बीजेपी सरकार पर ही वरुण सवाल उठा चुके हैं. वरुण गांधी के द्वारा नाइट कर्फ्यू को लेकर योगी सरकार पर उठाए गए सवाल वाला ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
बता दें, देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए शनिवार से उत्तर प्रदेश में रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू लगा दिया गया. रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू प्रदेश में रात्रि 11 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी रहेगा. साथ ही निर्देश दिए गए कि शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति हो और आयोजनकर्ता इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को देगा.
वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टियां अपनी-अपनी रैलियां कर रही हैं. इन रैलियों में लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी, अखिलेश यादव, कांग्रेस नेताओं की रैलियों में काफी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं. ऐसे में यूपी सरकार के नाइट कर्फ्यू को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं कि रात में कर्फ्यू लगा दिया, लेकिन दिन में लाखों की संख्या में लोग रैलियों में शामिल हो रहे हैं.