बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) के प्रमुख जीतनराम मांझी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. मांझी का पूरा परिवार ही कोरोना पॉजिटिव हो गया है. उनके परिवार में पत्नी शांति देवी, बेटी पुष्णा मांझी, बहू दीपा मांझी कोरोना से संक्रमित हो गई हैं. वहीं, निजी सचिव गणेश पंडित सहित 18 सुरक्षाकर्मी भी पॉजिटिव पाए गए हैं.
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में 6 लोगों के कोरोना पॉजिटिव निकलने से हड़कंप मच गया था. सोमवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शामिल होने पहुंचे जो 6 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, वे सभी सासाराम से आए थे. जनता दरबार में जाने से पहले एंटीजन टेस्ट होता है, इसमें सभी संक्रमित निकले थे.
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सोमवार को बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और परिवार के कुछ लोग सर्दी जुकाम तथा बुखार से परेशान थे. इसी को देखते हुए कोरोना की जांच कराई गई.
उन्होंने कहा कि जांच होने पर जीतन राम मांझी, उनकी पत्नी, बेटी और बहू के साथ ही आप्त सचिव गणेश पंडित और उनकी सुरक्षा में लगे कर्मी समेत परिवार के ही 18 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. यह सभी जीतन राम मांझी के गया जिले के पैतृक आवास महाकार में आइसोलेशन में हैं. इन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है और सभी सुरक्षित हैं.
बिहार में पिछले 5 दिन में ही कोरोना की रफ्तार 5 गुना बढ़ चुकी है. 29 दिसंबर को राज्य में जहां कोविड-19 के 77 केस सामने आए थे तो 2 जनवरी को सूबे में 350 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए. बिहार में 29 दिसंबर को 77 लोग कोरोना से संक्रमित मिले तो अगले ही दिन 30 दिसंबर को 132 नए मरीज सामने आए। साल के पहले दिन 1 जनवरी को नए मरीजों की संख्या बढ़कर 281 हो गई तो 2 जनवरी को राज्य में 352 केस सामने आए. इस तरह देखें तो 5 दिन में 24 घंटे में सामने आने वाले नए मरीजों की रफ्तार करीब 5 गुना बढ़ चुकी है.