बीजेपी के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. पार्टी में शामिल होने से पहले उन्होंने ममता बनर्जी के साथ बातचीत भी की थी. सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि दीदी के साथ यशवंत सिन्हा की बातचीत काफी सकारात्मक रही. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज कोलकाता टीएमसी ऑफिस (Kolkata TMC Office) में सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और मंत्री सुब्रत मुखर्जी की मौजूदगी में टीएमसी का दामन थाम लिया. माना जा रहा है कि वे बंगाल चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजीनितिक सलाहकार बनेंगे.
यशवंत सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. पार्टी के नेतृत्व से मतभेद होने पर वर्ष 2018 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी. यशवंत सिन्हा बीजेपी के बहुत ही सीनियर नेता (Ex-BJP Senior Leader Yashwant Sinha) रह चुके हैं. वह काफी समय से बीजेपी ने नाराज चल रहे थे और लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे.
टीएमसी (TMC) का दामन थामने के बाद यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी का एक ही मकसद है कि जहां भी चुनाव हो, उसे जीतना जरूरी है. उन्होंने कहा कि अटल जी की पार्टी और आज की पार्टी में जमीन और आसमान का अंतर है. अटल ही सर्वसम्मित पर विश्वास करते थे. आज की सरकार सिर्फ दबाने में विश्वास करती है.
उन्होंने कहा कि जो लोग विश्वास करते हैं कि देश में प्रजातंत्र रहना चाहिए. उन्हें इकट्ठे होकर आगे आने की जरूरत है. दीदी की तारीफ करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि ममता जी शुरू से ही फाइटर रही हैं. बंगाल चुनाव में टीएमसी बहुमत से सत्ता में वापस आएगी.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रजातंत्र का मतलब होता है कि सरकार के प्रतिनिधि 24 घंटे जनता के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करें. देश का अन्नदाता पिछले 3 महीने से दिल्ली की सरहद पर बैठा है और किसी को कोई चिंता नहीं है. देश में शिक्षा-स्वास्थ्य दुर्दिन से गुजर रहे हैं लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.
सिन्हा ने कहा, ”बंगाल में चुनाव होने जा रहे हैं और इसमें कोई शक नहीं है कि टीएमसी बहुमत के साथ वापस आएगी और बंगाल से एक संदेश जाना चाहिए कि देश अब इसको बर्दाश्त नहीं करेगा. मोदी और शाह दिल्ली से जो चला रहे हैं, उसे देश अब बर्दाश्त नहीं करेगा.”