पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने आज को केरल के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से शपथ ले ली है. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने यहां सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित समारोह में विजयन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह में विजयन के दामाद सहित 20 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
विजयन के अलावा कुल 20 मंत्रियों ने शपथ ली है. इसमें NCP के एके ससींद्रन, इंडियन नेशनल लीग (INL) के अहमद देवरकोविल, आर बिंदु और मोहम्मद रियास भी शामिल थे.
केरल के इतिहास में पहली बार कोई ससुर और दामाद विधानसभा और मंत्रिमंडल में साथ होंगे। पहली बार तीन महिलाएं भी मंत्रिमंडल में शामिल की गई हैं। केरल हाई कोर्ट ने बुधवार को सरकार को निर्देश दिया था कि महामारी के मद्देनजर समारोह में सीमित संख्या में लोग भाग लें। समारोह में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया था।
केरल में LDF गठबंधन की जीत इसलिए एतिहासिक थी क्योंकि अबतक हर बार वहां सत्ता परिवर्तन होता आया है. मतलब एक बार LDF तो अगले चुनाव में UDF (युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) सत्ता में आता था. लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.
राज्य में चुनाव से पहले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट सत्ता में था और चुनाव में भी वही जीतकर सत्ता में वापस आया. LDF के साथ-साथ चुनावी जीत के साथ पिनराई विजयन ने भी इतिहास रचा है. केरल में वह पहले ऐसे सीएम हैं जो कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सीएम बन रहे हैं.
केरल में बारी-बारी से सरकार बदलने के करीब चार दशक पुराने चलन को तोड़ते हुए दोबारा सत्ता में आई पिनराई विजयन सरकार के 21 सदस्यीय मंत्रिमंडल में अधिकतर नए चेहरे और तीन महिला सदस्य शामिल हैं। नए मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को छोड़कर पुराने चेहरों में केवल जेडीएस नेता के. कृष्णनकुट्टी तथा एनसीपी नेता ए के शशींद्रन शामिल हैं जो पिछली सरकार में क्रमश: जल संसाधन मंत्री और परिवहन मंत्री थे।