महाराष्ट्र के मंत्री (Maharashtra minister) और वरिष्ठ शिवसेना नेता (Shiv Sena leader) गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) के अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले की सड़कों की तुलना अभिनेत्री हेमा मालिनी के गाल (Hema Malini’s cheek) से करने की टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया.
शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने कुछ दिन पहले अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से की थी जिसका वीडिया कल यानी रविवार को सामने आया और सियासत गरम हो गई. कई नेताओं ने जहां इस मामले पर जवाब दिया वहीं अब भाजपा सांसद और प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी ने खुद अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा है कि ये ट्रेंड कुछ साल पहले लालू जी ने शुरू किया था इसलिए सब लोगों ने इसे इस्तेमाल किया. अगर सामान्य लोग ऐसा बोले तो समझ आता है लेकिन अगर संसद के सदस्य ऐसा बोले तो ये ठीक नहीं है.
राज्य के महिला आयोग के कड़ा रुख अपनाए जाने के बाद मंत्री ने अपने बयान पर माफी मांगी है. पाटिल की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
प्रदेश सरकार में जल आपूर्ति एवं स्वचछता मंत्री गुवाबराव पाटिल ने वीडियो में कहा, ‘जो 30 साल से विधायक रहे हैं उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आना चाहिए और सड़कों को देखना चाहिए. अगर वे (सड़कें) हेमा मालिनी के गालों जैसी नहीं हुईं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.’ इस क्षेत्र से पूर्व भाजपा नेता एकनाथ खड़से कई वर्षों तक विधायक रहे हैं.
वहीं, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने मंत्री पाटिल की टिप्पणी का संज्ञान लिया और अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी.
मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था- पाटिल
आयोग की चेतावनी के कुछ घंटों बाद पाटिल ने अपने बयान के लिए माफी मांगी. पाटिल ने धुले में संवाददाताओं से कहा, ‘मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था. मैं अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगता हूं.’
संजय राउत ने दी प्रतिक्रिया
वहीं इस मामले पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि इस तरह की तुलना पहले भी हो चुकी है. यह हेमा मालिनी के लिए सम्मान की बात है. इसलिए इसे नकारात्मक रूप से न देखें. इससे पहले लालू यादव ने भी ऐसा ही उदाहरण दिया था। हम हेमा मालिनी का सम्मान करते हैं.