तकनीक जानकारी का अभाव, अंतिम समय तक आ रहा था आवाज, तो नारायण पवार का आवाज ‘म्यूट’ कैसे?-म्हस्के, राजनीति करने का लगाया आरोप
ठाणे-वेबिनार द्वारा महासभा आयोजित महासभा में विपक्षी दलों के आवाजों को म्यूट करने के भाजपा नगरसेवक नारायण पवार द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए महापौर नरेश म्हस्के ने इसे राजनितिक स्टंट करार दिया है. महापौर नरेश म्हस्के का कहना है कि भाजपा नगरसेवक नारायण पवार को तकनीक ज्ञान ही नहीं है. इसलिए वे बिना कुछ भी सोचे-समझे बेबुन्याद आरोप सत्तापक्ष और लगा रहे है. महापौर का कहना है कि महासभा में नारायण पवार का आवाजमहासभा जब तक संचालित था तब तक अंतिम समय तक आ रहा था. जबकि उनके ही पार्टी के नगरसेवक उनका साथ नहीं दे रहे थे.
आपको बता दें कि भाजपा नगरसेवक नारायण पवार ने सत्ताधारी शिवसेना व महानगर पालिका प्रशासन पर आरोप लगाया था कि जब वे या विपक्षी दल के नगरसेवक सामानों की खरीदी में हुई गड़बड़ी अथवा कुछ टेंडरिंग प्रक्रिया में हुई त्रुटियों को लेकर अड़चनों वाले प्रश्न उठाते है तो वेबिनार द्वारा आयोजित महासभा में उनके अकाज को सत्ताधारी शिवसेना म्यूट कर देती है. साथ ही ऐसे लोगों का नाम सार्वजनिक करने की मांग भी उन्होंने महापौर को पत्र लिखकर किया था. साथ ही उन्होंने महासभा का कामकाज मनपा के वेबसाइट पर लाइव करने और डालने की मांग भी की थी. नगरसेवक नारायण पवार की इस मांग को महापौर नरेश म्हस्के ने ख़ारिज कर दिया है. और महापौर नरेश म्हस्के ने नारायण पवार के आरोपों का प्रत्युत्तर दिया है और कहा कि भाजपा के किसी भी नगरसेवक का आवाज वेबिनार की महासभा में म्यूट नहीं किया गया. पवार की आवाज महासभा में अंतिम समय तक आ रही थी. साथ ही महापौर ने नारायण पवार की तकनिकी ज्ञान की जानकारी लेकर ही आरोप लगाने की हिदायत दी है.