बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट के देश की आजादी को लेकर दिए गए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है. हाल ही में एक टीवी कार्यक्रम में कंगना ने भारत और इसकी स्वतंत्रता के बारे में बात की और उनकी टिप्पणी ने कई लोगों को नाराज कर दिया.
टाइम्स नाऊ के समिट 2021 में कंगना रनौत ने एक विवादित बयान दे दिया था. इस बयान को देते हुए कंगना ने ये भी कहा था कि उन पर अब तक कई सारे केस हुए हैं इस बयान के बाद भी उनपर केस हो सकते हैं.
दरअसल, कंगना ने एक इवेंट के दौरान कहा कि ‘आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?’ कंगना ने टाइम्स नाऊ नवभारत की एंकर नाविका कुमार के सामने कहा था- ‘1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली.’ कंगना ने कहा कि कांग्रेस ब्रिटिश शासन का विस्तार है और भारत ने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद ‘वास्तविक स्वतंत्रता’ हासिल की.
ऐसे में आम आदमी पार्टी की नेशनल एक्जिक्यूटिव चेयरमैन प्रीति मेनन ने कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. कंगना के इस बयान पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आए.
नवाब मिलक ने कंगना पर निशाना साधा
शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मिलक ने अपनी डेली प्रेस कांफ्रेंस में कंगना पर निशाना साधा. मलिक ने एक्ट्रेस से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है. मलिक ने कहा कि कंगना ने उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान किया है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान दे दी. मलिक ने कहा कि उन्हें लगता है कि कंगना मलाना क्रीम (हिमाचली ड्रग) का ओवरडोज लेकर बयानबाजी कर रही हैं.
कांग्रेस और शिवसेना भी हमलावर
कंगना के बयान के बाद कांग्रेस और शिवसेना ने भी एक्ट्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिवेसना सांसद संजय राउत ने कहा है कि कंगना ने देश का अपमान किया है. उनके सभी राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लिए जाएं. राउत ने कहा कि भाजपा कंगना के बयान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे. वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरुपम ने भी एक्ट्रेस के बयान की आलोचना की है. निरुपम ने कहा है कि कंगना को बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.