गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections 2022) के लिए शिवसेना और NCP एक साथ चुनाव लड़ेगी. महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना और एनसीपी की सरकार है. हालांकि, गोवा में कांग्रेस ने इन दलों से किनारा कर लिया है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हमने कांग्रेस को संयुक्त रूप से गोवा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन वह व्यर्थ ही रहा. उन्होंने न तो हां कहा और न ही इनकार किया। राकांपा और शिवसेना संयुक्त रूप से गोवा चुनाव लड़ेंगे. सभी 40 सीटों पर नहीं, बल्कि पर्याप्त संख्या में. पहली सूची कल जारी हो सकती है, उसके बाद अन्य सूचियां जारी करेंगे.
वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को लगता है कि वे गोवा विधानसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने कांग्रेस के साथ चर्चा की लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला. गोवा में शिवसेना और एनसीपी ने महाराष्ट्र में ‘महा विकास अघाड़ी’ जैसा गठबंधन बनाने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस नेताओं को लगता है कि वे अपने दम पर बहुमत हासिल कर सकते हैं.’
राउत ने रविवार को कहा था, ‘गोवा विधानसभा चुनाव में शिवसेना और एनसीपी एक साथ लड़ेंगे. 18 जनवरी को सीट बंटवारे पर चर्चा होगी. एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल 18 जनवरी को गोवा में सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा करेंगे. उसके बाद ही यह साफ होगा कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा.’ इसके बाद उन्होंने बुधवार को कहा, ‘महाराष्ट्र और गोवा में राजनीतिक गतिशीलता अलग है. महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना, कांग्रेस गठबंधन में हैं. हालांकि, फिलहाल कांग्रेस ने राज्य में किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन किए बिना अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है.’
बता दें कि गोवा विधानसभा चुनाव एक चरण में होगा और राज्य में 14 फरवरी को मतदान होगा. मतों की गणना 10 मार्च को होगी. इससे पहले गुरुवार को शिवसेना नेता ने कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर कहा था कि गोवा की राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि कांग्रेस यदि अपने बलबूते पर वहां विधानसभा चुनाव लड़ती है तो वह इकाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी.