असम से कांग्रेस का बड़ा चेहरा सुष्मिता देव सिंह (Sushmita Dev Singh) ने कांग्रेस छोड़ दी है. उन्होंने इस्तीफे की जानकारी सोनिया गांधी को पत्र के माध्यम से दी है. उन्होंने बीती रात सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपना इस्तीफा सौंपा और ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल में कांग्रेस की पूर्व सदस्य भी जोड़ लिया है. साथ ही महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के आगे भी पूर्व लगाया है. सुष्मिता देव का पार्टी से इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. हालांकि उनका इस्तीफा क्यों हुआ है. ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
सुष्मिता देव सिंह ने अपना ट्विटर बायो अपडेट करते हुए लिखा है, “लोकसभा की पूर्व सदस्य, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व सदस्य, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष.” सुष्मिता देव सिंह का आखिरी ट्वीट एक रिट्वीट है, जिसे अखिल भारतीय महिला कांग्रेस ने ट्वीट किया है. ये ट्वीट दिल्ली में 9 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार की घटना के विरोध में महिला कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है.
इस्तीफा देने से पहले सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी का वाट्सएप ग्रुप भी छोड़ दिया था। वहीं उन्होंने ट्विटर से अपना बायो भी हटा लिया है. अब उन्होंने खुद को बायो में कांग्रेस पार्टी का पूर्व नेता बताया है। यह कदम सुष्मिता देव ने तब उठाया है, जब ट्विटर ने उनके अकाउंट को निलंबित कर दिया है. सुष्मिता भी उन नेताओं में से एक हैं, जिनका ट्विटर अकाउंट राहुल गांधी के साथ निलंबित किया गया है.
बता दें कि सुष्मिता देव सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव में असम की सिल्चर सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद बनीं थीं. वर्तमान में वह अखिल भारतीय महिला की अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही थीं. उनके पिता बंगाली कांग्रेस के बड़े नेता थे. सुष्मिता देव सिंह को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता था. लेकिन, असम विधानसभआ चुनाव में हार के बाद सुष्मिता देव का इस्तीफा कांग्रेस के लिए और भी मुसीबत बन गया है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस से किनारा करने के बाद सुष्मिता देव टीएमसी में शामिल हो सकती हैं. बताया जा रहा है कि जल्द ही सुष्मिता ममता बनर्जी व अभिषेक बनर्जी से मिल सकती हैं.