महाराष्ट्र में अब असली और नकली शिवसेना को लेकर लड़ाई छिड़ी हुई है. दरअसल ज्यादातर विधायकों के एकनाथ शिंदे के साथ जाने के कारण अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके करीबियों को पार्टी सिंबल को लेकर डर सता रहा हैं. इसी बीच उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे पहली बार जनता को संबोधित कर रहे थे. उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बीएमसी चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगी, क्योंकि कार्यकर्ता हमारे साथ हैं.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और बागी विधायकों को चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा, “मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि आज विधानसभा चुनाव कराएं. अगर हमने गलत किया है, तो लोग हमें घर भेज देंगे और अगर आपको यही करना था, तो आपको इसे ढाई साल पहले करना चाहिए था और यह सम्मानपूर्वक हो गया होता. यह सब करने की कोई आवश्यकता ही नहीं पड़ती.”
उद्धव ठाकरे ने पार्टी के सिंबल को लेकर कहा, शिवसेना से धनुष-बाण का चिन्ह कोई नहीं छीन सकता. उन्होंने कहा कि धनुष और बाण के चिन्ह पर कोई संदेह न करें. ये शिवसेना का है और हमेशा रहेगा. दरअसल, ये बात उन्होंने ठाणे नगर निगम से 66 शिवसेना के पार्षदों के शिंदे गुट में जाने के बाद कही है. बता दें कि शुक्रवार को शिवसेना के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बात कही.
उन्होंने कहा कि शिवसेना को मुझसे कोई नहीं छीन सकता. जिन्हें जाना है वो जाएं, किसी के जाने से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के सिंबल पर भी कहा कि उन्हें फैसले से कोई फर्क नहीं पड़ता. पार्टी और मजबूत होकर खड़ी होगी.
उद्धव ठाकरे ने बागियों पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग उनके साथ जा मिले जिन्होंने ठाकरे परिवार के बारे में भला-बुरा कहा था, जिन्होंने बाला साहेब ठाकरे का अपमान किया था. मेरे साथ जो विधायक बचे हैं उन्हें भी लालच दिया गया था, लेकिन उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा दिखाई.
उद्धव ने कहा कि, “शिवसेना का चिह्न हमसे कोई नहीं छीन नहीं सकता. जो विधायक छोड़कर जा सकते हैं वो जाएं लेकिन शिवसेना बरकरार रहेगी. लोगों की खातिर हम नगरीय निकाय चुनावों में लड़ेंगे.