उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में अपने गुट के मुंबई विभागप्रमुखों की अहम बैठक की और उनसे साफ कहा कि दशहरा रैली शिवाजी पार्क में होकर रहेगी, वे भ्रम में ना रहें और तैयारी में जुटें. उद्धव ठाकरे ने शनिवार (17 सितंबर) को शिवसेना के अपने गुट के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक में यह ऐलान किया.
उन्होंने अहम पदाधिकारियों को इस रैली के लिए ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की तैयारी करने को कहा. साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र से गुजरात गए वेदांत-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट पर भी पहली बार बयान दिया. इसके लिए शिंदे-फडणवीस सरकार पर वे जमकर बरसे.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लगातार कह रहे हैं कि हर साल की तरह शिवसेना ही शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन करेगी. दूसरी ओर शिंदे गुट की तरफ से भी बीएमसी के पास दशहरा रैली के लिए आवेदन आया है.
शिंदे गुट खुद को असली शिवसैनिक कहकर शिवाजी पार्क पर दशहरा रैली कराने का दावा ठोक रहा है। बीएमसी ने अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया है। आगामी 5 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन दशहरा रैली के आयोजन पर अभी भी असमंजस बरकरार है। दोनों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।
उद्धव गुट की शिवसेना ने मुंबई महानगरपालिका को रमाइंडर भेज कर कहा है कि वह जल्दी स्टैंड क्लियर करे और शिवाजी पार्क में रैली की जो परमिशन मांगी गई है, उसका लिखित में जवाब दे. बीएमसी की कशमकश यह है कि वह शिंदे गुट और ठाकरे गुट की लड़ाई में आखिर परमिशन किसे दे? कोर्ट का तो फैसला आया नहीं है कि असली शिवसेना किसकी? फिर बीएमसी बेचारी भी शिवसेना की रैली को परमिशन देने में कंफ्यूज है कि वह परमिशन दे किसको?
आवेदन तो शिंदे गुट ने भी किया है. शिंदे गुट भी अपने कार्यकर्ताओं को यही बता रहा है कि रैली तो उन्हीं की होकर रहेगी. ठाकरे गुट यह दलील पकड़ कर बैठी है कि शिवाजी पार्क में रैली की परमिशन उन्होंने पहले मांगी है. लेकिन केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बयान दिया है कि उद्धव की शिवसेना डुप्लिकेट है. रैली तो असली शिवसेना ही करेगी.
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर नेताओं की बैठक बुलाई. इस बैठक में उद्धव ने साफ किया कि उनकी शिवसेना ही शिवाजी पार्क पर दशहरा रैली का आयोजन करेगी. उन्होंने शिंदे गुट को ठग कहकर बुलाया और कहा कि जिन्होंने शिवसेना से बगावत की वो ठग हैं। बैठक में उद्धव ने नेताओं से दशहरा रैली के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाने और भीड़ इकट्ठा करने को कहा है.
इस बीच शनिवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, “जिन्हें मुंबई में मैदान (दशहरा के लिए) नहीं मिल रहा वे शिवसेना का नाम ले रहे हैं. हम चले गए तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना को मैदान भी नहीं मिल रहा. असली शिवसेना (एकनाथ) शिंदे की है. आने वाले दिनों में उन्हें ही मैदान भी मिलेगा और धनुष बाण भी मिलेगा.”
वेदांत-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के भी गुजरात चले जाने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि दो महीने में ऐसा क्या हो गया कि यह प्रोजेक्ट गुजरात चला गया. उन्होंने शिंदे सरकार पर बरसते हुए कहा कि वे अपनी असफलता का ठीकरा हम पर फोड़ रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार जब तक थी तब तक यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में आ रहा था. सरकार बदली और प्रोजेक्ट चला गया.
पिछले 41 सालों की परंपरा है कि हर साल मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना की दशहरा रैली होती है. ऐसे में राज्यभर से हजारों की तादाद में शिवसैनिक शिवाजी पार्क में जमा होते हैं. इसी रैली की तैयारी के संदर्भ में उद्धव ठाकरे ने आज दादर स्थित शिवसेना भवन में मुंबई के विभागप्रमुखों की अहम बैठक की. उन्होंने कहा कि इस बार दशहरा रैली शिवाजी पार्क में होकर रहेगी. इसके लिए उद्धव ठाकरे ने पदाधिकारियों को आदेश दिया कि वे महिला आघाड़ी, युवा सेना और शिवसैनिकों को साथ लाएं और भारी तादाद में लोगों को जुटाएं.