साल में आने वाली चार नवरात्रि में से चैत्र और शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है। देवी के नौ रूपों की उपासना के साथ इस दौरान सुख समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर नवमी तिथि तक नवरात्रि होती है। इस बार शारदीय नवरात्रि 7 अक्तूबर से 14 अक्तूबर तक है। इस बार नवरात्रि में एक तिथि कम है। तिथियों के घटने बढ़ने से नवरात्रि के दिन कम या ज्यादा होते हैं। इस बार चतुर्थी और पंचमी तिथि एक ही दिन पड़ने के कारण नवरात्रि आठ दिनों की ही रहेगी। नवरात्रि में इस बार देवी का आगमन डोली पर और प्रस्थान हाथी पर है जिसे शास्त्रों के हिसाब से अच्छा नहीं माना जा रहा है। ऐसा होने पर आम तौर पर माना जाता है कि इससे आने वाले समय में प्राकृतिक आपदाएं और तरह तरह के उपद्रवों की आशंका बनी रहती है।
कौन से मंत्र का करें जाप
दूसरी तरफ गुरुवार से शुरू होने की वजह से इस बार की नवरात्रि उन लोगों के लिए शुभ होगी जो मन से धार्मिक और आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हैं। समस्त ग्रह दोषों की शांति के लिए नर्वाण मंत्रों का जप बहुत फलदायी है। नौ अक्षरों का नर्वाण मंत्र है –
ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
इस मंत्र का कम से कम 108 बार जप करने से सभी ग्रह संतुलित और नियंत्रित हो जाते हैं।
कौन से रंग के कपड़े देंगे मन को शांति
नवरात्रि में हर दिन के लिए खास रंगों के कपड़े पहनने से सकारात्मकता आती है और मन शुद्ध और शांत होता है। प्रतिपदा के दिन पीले कपड़े, द्वितिया के दिन हरे कपड़े, तृतीया के दिन स्लेटी (ग्रे), चतुर्थी के दिन नारंगी (ऑरेंज), पंचमी के दिन सफेद, षष्ठी के दिन लाल, सप्तमी के दिन नीला, अष्टमी के दिन गुलाबी और नवमी के दिन बैंगनी या जामुनी रंग के कपड़े पहनना शुभ और अच्छा होता है।नवमी के दिन कन्या पूजन करने से आपका बुध ग्रह मजबूत होता है जो बोलचाल, संवाद और संचार के लिए बहुत ही जरूरी होता है। कुल मिलाकर नवरात्रि आत्मशुद्धि, संयम और प्रकृति के साथ संतुलन का पर्व है।