भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने गुरुवार (27 अक्तूबर) को बड़ा एलान किया। उन्होंने बताया कि अब भारतीय महिला खिलाड़ियों की मैच फीस भी पुरुष खिलाड़ियों के बराबर होगी। बीसीसीआई की एजीएम में हाल ही में यह फैसला लिया गया था कि महिला आईपीएल का पहला सीजन 2023 में खेला जाएगा। इसके बाद बोर्ड ने यह बड़ा फैसला लिया है। उसके इस कदम से महिला क्रिकेट में बड़ा बदलाव आएगा।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बताया कि पुरुषों को टी20 इंटनेशनल क्रिकेट में एक मैच खेलने के लिए 3 लाख रुपये मिलते हैं। अब यही फीस महिला क्रिकेटर्स को भी मिला करेगी। इसके साथ ही जय शाह ने इस फैसले का सपोर्ट करने के लिए अपेक्स काउंसिल का भी धन्यवाद दिया है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट किया, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बीसीसीआई पक्षपात मिटाने की दिशा में पहला कदम उठा रहा है। हम अनुबंधित महिलाओं के लिए भी समान मैच फीस नीति लागू कर रहे हैं।’
जय शाह ने आगे लिखा, बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को उनके पुरुष समकक्षों के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा। ‘उन्होंने लिखा, ‘बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को भी अब टेस्ट (15 लाख रूपये), वनडे (छह लाख रूपये) और टी20 (तीन लाख रूपये) मैच के लिए समान फीस मिलेगी. समान फीस महिला क्रिकेटरों के प्रति मेरी प्रतिबद्धता थी। मैं शीर्ष परिषद को समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।’
भारत दूसरा देश है जिसने अपने पुरुष और महिला क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के लिए समान मैच फीस की घोषणा की है। न्यूजीलैंड ने जुलाई में इसकी घोषणा कर दी थी। 1 अगस्त 2022 से, न्यूजीलैंड की पुरुष टीम और महिला टीम को समान मैच फीस मिली है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है। टीम ने बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) में रजत पदक जीता था। इंग्लैंड को उसकी सरमजीं पर वनडे सीरीज में 3-0 से हराया और फिर रिकॉर्ड सातवीं बार एशिया कप पर भी कब्जा जमाया।