चेन्नई सुपरकिंग के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कई कारणों से नाराज हैं। एक तो राजस्थान रॉयल्स से हार जाने का दुःख। ऊपर से अंपायर से विवाद और स्पीनरों का साथ न देना। इस पर क्वारनटाईन के वो 14 दिन उन्हें अब तक बहुत खल रहे हैं। इन सारी वजहों से वो नाराज हैं।धोनी को 14 दिन क्वारनटाईन रखा गया इसकी वजह से टीम के खिलाड़ियो के साथ रणनीति नहीं बना सके,दूसरे स्पीनरों में पियूष और रविंद्र जडेजा ने कबाड़ा किया। तीसरे बीच मैच में एक कैच को लेकर अंपायर शमसुद्दीन ने जब अपना निर्णय बदला तो वे नाराज हो गए। चौथे उनकी टीम 16 रनो से हार गई।
राजस्थान रॉयल्स से हारने के बाद धोनी ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छी शुरुआत की जरूरत थी जो उन्हें नहीं मिली, लेकिन उन्होंने रॉयल्स के गेंदबाजों को भी श्रेय दिया। धोनी ने कहा, ‘जब 217 रनों का लक्ष्य हो तो हमें बहुत अच्छी शुरुआत की जरूरत थी जो हमें नहीं मिली. स्टीव (स्मिथ) और सैमसन ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। उनके गेंदबाजों को भी श्रेय जाता है। उनके स्पिनरों ने बल्लेबाजों से गेंद को दूर रखकर अच्छा काम किया। हमारे स्पिनरों ने बहुत अधिक फुललेंथ गेंद करके गलती की। अगर हम उन्हें 200 रन पर रोक लेते तो यह अच्छा मैच होता।’ चेन्नई के दोनों स्पिनरों पीयूष चावला और रवींद्र जडेजा ने आठ ओवर में 95 रन लुटाए। धोनी ने स्वयं के 7वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरने के बारे में कहा कि 14 दिनों तक पृथकवास पर रहने का खराब प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘मैंने लंबे समय से बल्लेबाजी नहीं की है। इसके अलावा बढ़े हुए 14 दिनों के पृथकवास से भी मदद नहीं मिली। मैं सैम (कुरेन) को मौका देकर कुछ नई चीजें भी आजमाना चाहता था। फाफ (डुप्लेसिस) ने आखिर में अच्छी पारी खेली।’दरअसल, आईपीएल से पहले 13 सदस्यों के कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाने के बाद सीएसके को एक हफ्ते के अतिरिक्त पृथकवास पर जाना पड़ा, जिससे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण सत्र छूट गए. धोनी रॉयल्स के खिलाफ आखिरी ओवर में तीन छक्कों के साथ 17 गेंदों पर 29 रन बनाकर नॉट आउट रहे।