एक आसान से लक्ष्य को कैसे कठिन बना दिया जाता है ये धोनी सेना के दिग्गजों से कोई पूछे। हास्यास्पद स्थिति रही। केवल 168 रनो का लक्ष्य था जो कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेन्नई सुपरकिंग को दिया था। आराम से खेलते हुए चेन्नई इसे पार कर रही थी मगर अचानक उनके आराम में केकेआर के गेंदबाजों ने खलबली मचा दी। और पूरा मैच अपनी तरफ मोड़ लिया। आईपीएल के इस मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स के ओपनर राहुल त्रिपाठी (51 गेंदों पर 81 रन, आठ चौके और तीन छक्के) ने आज तूफानी अर्धशतकीय पारी खेली थी लेकिन इसके बावजूद दिनेश कार्तिक की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 20 ओवर्स में 167 रन ही बना सकी। टीम का आखिरी विकेट पारी की आखिरी गेंद पर वरुण चक्रवर्ती के रूप में गिरा जो रन आउट हुए। अबू धाबी के मैदान पर आज केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। आज के मैच में केकेआर के लिए केवल राहुल त्रिपाठी ही अकेले संघर्ष करते नजर आए, अन्य सभी बल्लेबाज नाकाम रहे। राहुल के अलावा सुनील नरेन और पैट कमिंस ने 17-17 रन का योगदान दिया। चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए ड्वेन ब्रावो ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। सैम कुरेन, शारदुल ठाकुर और लेग स्पिनर कर्ण शर्मा के खाते में दो-दो विकेट आए। मैैैच के लिए चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने एक बदलाव किया है। पीयूष चावला की जगह कर्ण शर्मा को प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। केकेआर ने पिछले मैच की अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई चेंज नहीं किया था। एक कमजोर लक्ष्य था जिसे कठिन बनाया खुद कप्तान धोनी ने। हालांकि पिछले मैच में नाबाद जोड़ी शेन वाटसन और डुप्लेसिस में डुप्लेसिस जल्दी आउट हो गए थे। मगर वाटसन का फार्म बरकरार रहा। उन्होंने 1 छक्का, 6 चौके की मदद से 40 गेंदो पर 50 रन बनाए। फिर अंबाती रायडू भी थे जिन्होंने 30 रन बनाए। लग रहा था कि मैच धोनी ही जितवा कर ले जाएंगे मगर वरुण चक्रवर्ती ने उन्हें सीधे बोल्ड कर दिया तब वे केवल 11 रन ही बना सके थे। इसके बाद करेन भी 17 रन बनाकर चलते बने। यानि अब केवल केदार जाधव और रविंद्र जडेजा पर दारोमदार था। पर ये तो तब होता जब उनका बल्ला दहाड़ता लिहाजा 5 विकेट रहते हुए भी चेन्नई की टीम 20 ओवर में केवल 157 रन बना सकी और हार गई। आईपीएल में अब तक का ये सबसे बोरिंग मैच था जिसमे कोई रोमांच ही नहीं बन पाया। 1 बाल 15 रन चाहिए थे जडेजा और केदार की जोड़ी को। बताइए इस स्थिति में जब बल्लेबाज मैच को ले आएं तो इसे यही कहा जाएगा कि कोलकाता के गेंदबाजों के आगे धोनी के दिग्गज पानी भरते नज़र आए। जडेजा 21 पर नाबाद रहे तो केदार 7 रन पर। कोलकाता की ओर से कमिंस को छोड़कर सारे गेंदबाजों को 1-1विकेट मिला। मावी, चक्रवर्ती, नागरकोटी, नरेन और रसैल को। और किसी ने भी 32 रन से ज्यादा रन नहीं दिए इसीलिए कोलकाता की शानदार जीत रही।