● रबाडा की धारदार गेंदबाजी के आगे गाजर मूली की तरह उड़ गई विराट सेन
● सिकन्दर अय्यर का चला सिक्का
वैसे तो युद्ध शुरू होने से पहले ऐसा नहीं लग रहा था कि विराट सेना आसानी से घुटने टेक देगी। दिल्ली के तख्त पर श्रेयस ने किंग कोहली को हाथ भी नहीं रखने दिया। यूं तो टॉस जीतकर किंग कोहली ने आक्रमण करने कैपिटल्स को बुलाया। मगर उसे रोक नहीं सके। दिल्ली कैपिटल्स ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 196 रन बनाए जिसमें मार्कस स्टॉयनिस (53*) ने नाबाद अर्धशतक जड़ा। स्टॉयनिस 26 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्कों की मदद से 53 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनके अलावा ओपनर पृथ्वी साव ने 42, विकेटकीपर ऋषभ पंत ने 37 और शिखर धवन ने 32 रन बनाए। बैंगलोर के मोहम्मद सिराज ने 2 विकेट झटके जबकि मोईन अली और इसुरु उदाना को 1-1 विकेट मिला।अब बारी थी किंग कोहली के आक्रमण की। 197 रन के लक्ष्य को बेधने की। ओपनर पडिक्कल और फिंच फुस्सी बम की तरह बिना आवाज़ किए तंबू में लौट गए। पडिक्कल 4 और फिंच 13 रन बनाकर क्रमशः अश्विन और अक्षर पटेल के शिकार बने। इसके बाद दुनिया की सबसे खतरनाक मानी जाने वाली जोड़ी क्रीज पर थी। विराट कोहली और एबी डिविलियर्स। किंग कोहली और सेनापति डिविलियर्स ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले। डिविलियर्स के बल्ले से 2 चौके भी निकले कि अचानक एनरिच नोर्टजे की गेंद पर वो शिखर धवन को कैच दे बैठे। 9 रन पर डिविलियर्स ने कोहली का साथ छोड़ दिया। अकेले कोहली के कंधों पर पूरा भार आ गया था क्योंकि लक्ष्य दूर था और उनके ख़ास अस्त्र निष्फल हो चुके थे। 1 छक्का, 2 चौके ,39 गेंदो पर 43 रन बनाकर वो रबाडा के शिकार बन गए और किंग कोहली की सेना लगभग धराशाई हो गई। फिर न मोईन चले, न सुंदर चले और न शिवम् दुबे चले। उदाना, सैनी या सिराज या फिर यजुवेंद्र चहल से उम्मीद नहीं की जा सकती थी। वे बस औपचारिकता मात्र बल्लेबाज थे जो आए और चलते बने। पूरी टीम ही क्रीज पर उतर गई मगर सिकन्दर अय्यर का बाल भी बांका न कर सकी। और 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी बैंगलोर की टीम। रबाडा की तेज धार के आगे किंग कोहली की सेना गाजर मूली की तरह कटती गई। 4 विकेट लेकर रबाडा ने दिल्ली के तख्त की शानदार तरीके से रक्षा की। अपने श्रेयस को सिकन्दर की तरह जितवाया।