चेन्नई सुपरकिंग के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का ये आखिरी आईपीएल हो सकता है। वैसे भी उन्होंने राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय के हर फार्मेट के क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट्स वो हालांकि अभी भी दो तीन साल खेल सकते हैं मगर संभावनाएं बन रही है इससे भी उनके संन्यास की। क्रिकेट हलको में चर्चा है कि धोनी इस बार यदि आईपीएल में फिसड्डी साबित हुए तो वे दोबारा चेन्नई के कप्तान नहीं रहना चाहेंगे। और जब कप्तान नहीं रहेंगे तो खेलना भी शायद ही चाहें। आईपीएल में उम्मीद से बेकार प्रदर्शन दिखा रहे धोनी अब तक कुछ ख़ास नहीं कर पाए हैं केवल विकेट के पीछे गेंद पकड़ने और कैच रिकार्ड के। बल्लेबाजी भी उनकी टीम को जितवाने जैसी नहीं दिख रही , ऊपर से जो मैच वो जीते हैं वो भी टीम के शानदार खिलाड़ियों की वजह से।
शेन वाटसन, डुप्लेसिस की वजह से चेन्नई बल्लेबाजी में अपनी ताकत रखती है किंतु खुद धोनी लगता है थक चुके हैं। पिछले दिनों इरफान पठान के ट्वीट ने जो विवाद रचा उसमे हरभजन सिंह का समर्थन भी धोनी को लेकर एक अलग मूड तैयार कर रहा है । यदि धोनी का बल्ला बोलता और चेन्नई की जीतो का सफर चलता रहता तो शायद धोनी के विरुद्ध कोई आवाज़ नहीं उठती। वैसे भी धोनी ने अपनी पत्नी साक्षी के साथ भविष्य के प्रोफेशन को चुन लिया है। साक्षी धोनी मनोरंजन की दुनिया में कदम रखते हुए प्रोडक्शन हाउस खोल चुकी हैं और कुछ वेबसीरीज के साथ फिल्मों तक की उनकी इच्छा है। ऐसी खबरें आ चुकी हैं। लिहाजा माना जा रहा है कि धोनी का ये आखिरी आईएपील होगा इसके बाद वे क्रिकेट नहीं खेलेंगे। धोनी ने हमेशा अपने फैसलों को बहुत गोपनीय रखा है और निर्णयों से चौंकाया है।
आईपीएल से संन्यास भी उनका ऐसा ही निर्णय हो सकता है। वैसे बीसीसीआई उनके सम्मान को ध्यान में रखते हुए आगामी कोई कार्यक्रम बनाने की योजना भी बना रहा है। इधर आईपीएल में ये लिखे जाने तक चेन्नई ने धोनी की कप्तानी में 6 मैच खेले हैं जिसमे से दो में ही जीत दर्ज हुई है। चार हारे हैं। और 4 अंकों के साथ – 0.371 औसत है। यूं फ़िलहाल 5 वीं पोजिशन पर है मगर अगले मैच भी यदि गंवाएंगे तो फिसड्डी होने में देर नहीं लगेगी। और इस फ्लॉप शो के बाद वो अगली बार भी आईएपील में हिस्सा लेंगे ऐसा नहीं लगता।